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नाटो हमले में दो पाक सैनिक घायल

१७ मई २०११

मंगलवार को दो नाटो हेलिकॉप्टरों ने सरहद पार कर एक पाकिस्तानी सुरक्षा चौकी पर हमला किया. इसमें दो सैनिक घायल हुए. 2 मई को एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन पर हमले के बाद इसे पाक हवाई सीमा का दूसरी बार उल्लंघन बताया जा रहा है.

A woman supporter of Pakistan Tehreek-e-Insaf or Movement of Justice, takes part in a rally against the U.S. drone strikes in Pakistani tribal areas, Saturday, April 23, 2011 in Peshawar, Pakistan. Pakistan stopped NATO supplies from traveling to Afghanistan on Saturday as thousands of protesters rallied on the main road leading to the border, demanding that U.S. Washington stop firing missiles against militants sheltering inside the country. (Foto:Mohammad Sajjad/AP/dapd)
ड्रोन हमलों पर पाकिस्तान का तीखा विरोध हैतस्वीर: dapd

हमला वाचा बीबी नाम की जगह पर हुआ जो मीरनशाह से लगभग 30 किलोमीटर दूर है. मंगलवार सुबह अफगानिस्तान से दो नाटो हेलिकॉप्टरों ने पाकिस्तानी हवाई सीमा में प्रवेश किया और फिर सुरक्षा नाके पर हमला किया. पाकिस्तान के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने कहा, "दो नाटो हेलिकॉप्टरों ने हवाई सीमा का उल्लंघन किया और एक सैन्य चेकपाइंट पर बमबारी की. दो सैनिक घायल हो गए हैं."

अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल (आइसैफ) के एक प्रवक्ता ने कहा है कि उन्हें इस तरह के हमले की खबर है और वे इसकी जांच कर रहे हैं. लेफ्टिनेंट कर्नल जॉन डोरियन ने मीडिया में आई खबरों के बारे में कहा, "मैं इस बारे में किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं कर सकता हूं."

पाकिस्तान सेना ने अपनी हवाई सीमा में घुसपैठ पर नाटो से तीखा विरोध जताया है. पाकिस्तानी सैनिकों ने जमीन से इन हेलिकॉप्टरों पर फायरिंग भी की. जवाबी कार्रवाई में ही दो सैनिक घायल हुए. सेना के बयान के मुताबिक, "पाकिस्तान सेना जबरदस्त विरोध जताया है और फ्लैंग मीटिंग बुलाने की मांग की है."

2 मई को इस्लामाबाद के नजदीक एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन पर कार्रवाई के बाद यह दूसरी ऐसी घटना है जिसे पाकिस्तानी हवाई सीमा का उल्लंघन बताया जा रहा है. पाकिस्तानी सेना ने कई बार शिकायत की है कि अफगानिस्तान में कार्रवाई कर रहा नाटो अकसर पाकिस्तान की सरहदों में घुस आता है. पिछले साल सितंबर में पाकिस्तानी अधिकारियों ने नाटो पर आरोप लगाया था कि सीमा पार से हुए एक हमले में उनके सैनिक मारे गए थे. इसके बाद अफगानिस्तान में सामान ले जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया गया.

अफगानिस्तान से लगने वाले पाकिस्तानी कबायली इलाकों में काफी समय से संदिग्ध अमेरिकी ड्रोन विमानों के हमले हो रहे हैं. अमेरिका का मानना है कि इस इलाके में अल कायदा का मुख्यालय है जहां से दुनिया भर में हमलों पर हमले की योजना बनाई जाती है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी

संपादनः ए कुमार

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