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विश्व चैंपियन को झटका

१४ जून २०१४

सल्वाडोर में खेले गए विश्व कप फुटबॉल के ग्रुप बी मुकाबले में नीदरलैंड्स ने स्पेन से 2010 का बदला ले लिया. नीदरलैंड्स ने विश्व चैंपियन स्पेन को 5-1 से हराते हुए सदमे में डाल दिया.

तस्वीर: Reuters

मुकाबले से पहले माना जा रहा था कि नीदरलैंड्स की टीम स्पेन के सामने कमजोर साबित होगी लेकिन मैच में युवा डच खिलाड़ियों ने आलोचकों की बोलती बंद कर दी. नीदरलैंड्स ने खेल के मैदान पर जबरदस्त प्रदर्शन दिखाते हुए स्पेन को 51 साल में सबसे करारी शिकस्त दी. चैंपियन के अंदाज में खेल रहे स्पेन को मैच के 27वें मिनट में पहला गोल करने का मौका उस वक्त हासिल हुआ जब नीदरलैंड्स की रक्षापंक्ति के खिलाड़ी स्टेफान डे फ्राय ने पेनाल्टी एरिया में स्पेन के डिएगो कोस्टा को गिरा दिया. नीदरलैंड्स की इस फाउल का फायदा स्पेन को पेनाल्टी किक के रूप में मिला और उसके खिलाड़ी शावी अलोंसो ने पेनाल्टी किक को गोल में तब्दील करने में कोई गलती नहीं की.

स्पेन की पकड़ ढीली

मैच की शुरुआत से ही स्पेनी खिलाड़ी फुटबॉल पर पकड़ बनाए हुए थे. 12वें मिनट में स्पेन को एक गोल का मौका मिला था लेकिन वह मौका गोल में तब्दील नहीं हो पाया. पहला गोल खाने के बाद मानो नीदरलैंड्स के खिलाड़ी स्पेन को दूसरा मौका नहीं देना चाहते थे. इसके बाद नीदरलैंड्स के युवा खिलाड़ियों के खेल में बहुत सुधार आया. आक्रामक खेल का फायदा नीदरलैंड्स को ठीक 44वें मिनट पर मिला जब रॉबिन फान पर्सी ने स्पेन के पेनाल्टी एरिया में उछाली गई गेंद को शानदार हेडर करते हुए गोल में डाल दिया. इसी के साथ उनकी टीम स्पेन के बराबर आ खड़ी हुई.

स्पेन समर्थकों में निराशातस्वीर: Dani Pozo/AFP/Getty Images

नीदरलैंड्स का जोश

खेल के दूसरे हाफ में नीदरलैंड्स की टीम स्पेन पर भारी पड़ती दिखी. 53वें मिनट पर अनुभवी स्पेनियों को डच ने एक और झटका दिया. जब नीदरलैंड्स के रॉबिन विरोधी खिलाड़ियों को गच्चा देते और अपनी शानदार मूविंग दिखाते हुए गेंद लेकर आगे बढ़ते गए और स्पेन के पेनाल्टी एरिया में जाकर जबरदस्त बायां शॉट लगाया जिससे गेंद सीधे गोल में चली गई. अब इस गोल के साथ ही नीदरलैंड्स की मैच पर जबरदस्त पकड़ बन गई. 2-1 से बढ़त के बाद जोश से लबरेज नीदरलैंड्स को 64वें मिनट में तीसरा गोल करने का मौका मिला जब स्टेफान ने रक्षा पंक्ति में चौकस स्पेन के खिलाड़ियों को छकाते हुए हेडिंग के एक ऊंचे शॉट से गोल कर दिया. इसके आठ मिनट बाद ही नीदरलैंड्स के पर्सी ने स्पेनी गोलकीपर इकर कासियास फर्नांडिस की आगे बढ़ने की गफलत का फायदा उठाया और बिना समय बर्बाद किए सीधे गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचा दिया. पर्सी इसी के साथ अपना दूसरा गोल करने में कामयाब हुए.

स्पेन के खिलाड़ी नीदरलैंड्स के सामने कमजोर साबित होते गए और नीदरलैंड्स बड़ी जीत की ओर बढ़ता चला गया. नीदरलैंड्स 2010 में फाइनल की हार का बदला लेना चाहता था और इस कड़ी में उसके खिलाड़ी रॉबिन ने 80वें मिनट पर वह सपना साकार कर दिया जब वे बीच मैदान से गेंद लेकर आगे बढ़ते चले गए और प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी बस आगे पीछे ही होते रह गए. स्पेन के कप्तान कासियास रॉबिन की चाल समझ नहीं पाए और उसके हमले को रोकने में नाकाम साबित हुए. 2010 का बदला नीदरलैंड्स ने इस तरह से लिया जिसकी कल्पना स्पेन के खिलाड़ियों ने सपने में भी नहीं की होगी.

स्पेन के कप्तान कासियास रॉबिन सिर झुकाए हुएतस्वीर: Reuters

उम्मीद से ज्यादा

मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए हॉलैंड के कोच लुईस फान खाल ने कहा, "मैं निश्चित रूप से ऐसे परिणाम की उम्मीद नहीं कर रहा था लेकिन जिस तरीके से हमने खेला उसकी उम्मीद मुझे थी. स्पेन हमेशा हमारे पास आने की कोशिश करता है और हम उनको रोकने की कोशिश करते हैं. मेरे खिलाड़ियों ने यह अच्छे तरीके से किया. जितना हम उम्मीद कर रहे थे ये उससे कहीं ज्यादा है"

अन्य मैचों में मैक्सिको ने कैमरून को 1-0 से हरा दिया. लेकिन इस मैच के दौरान एक बार फिर रेफरी के फैसलों पर सवाल उठे. वहीं ग्रुप बी के एक और मुकाबले में चिली ने ऑस्ट्रेलिया पर 3-1 से शानदार जीत दर्ज की.

एए/एमजे (एपी, एएफपी, डीपीए, वार्ता)

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