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नेपाली माओवादियो को चीन की मदद से परेशान बीजेपी

५ सितम्बर २०१०

नेपाली माओवादियों के चीन से मदद मांगने की खबरों पर बीजेपी ने गहरी चिंता जताई है और भारत सरकार से इस पर निगाह रखने की अपील की है. बेजेपी का कहना है कि नेपाल के घरेलू मामले में चीन की दखलंदाजी भारत के लिए नुकसानदेह है.

नेपाल के माओवादीतस्वीर: AP

बीजेपी प्रवक्ता तरुण विजय का कहना है, "ऐसी खबरें हैं कि माओवादी नेता प्रचंड के दोस्तों ने सांसदों को खरीदने के लिए चीन की सरकार से 50 करोड़ रुपये मांगे हैं."

तरुण विजय ने कहा, "अगर ये खबर सही है तो बीजेपी उसकी निंदा करती है. हम सरकार से मांग करते हैं कि वो परिस्थितियों पर निगाह रखे और किसी हाल में चीन को नेपाल के घरेलू मामलों में दखलंदाजी से रोके."

तस्वीर: AP

बीजेपी का मानना है कि नेपाल कठिन समय से गुजर रहा है और ऐसे हालात में चीन का नेपाल के मामलों में दखल देना भविष्य के साथ साथ भारत की सुरक्षा के लिए भी खतरा है. बीजेपी प्रवक्ता का कहना है कि नेपाली जनता की लोकतांत्रिक इच्छाओं का सम्मान हर हाल में होना चाहिए.

बीजेपी की चिंता का जिक्र करते हुए तरुण विजय ने गिलगित के मामले का भी हवाला दिया. उन्होने कहा, "चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत के हिस्से पर पाकिस्तान के अवैध कब्जे को पहले पाकिस्तान का हिस्सा दिखाया गया और फिर वेबसाइट से ये पेज हटा दिया गया. इन सब बातों से भारत की सुरक्षा चिंता बढ़ी है." बीजेपी का कहना है कि नेपाल में अगर चीन किसी को सत्ता हथियाने में मदद करता है तो इससे भारत की सुरक्षा पर खतरा बढ़ेगा.

नेपाली मीडिया में एक राजनीतिक पार्टी के नेता की चीन के अधिकारियों से की गई बातचीत लीक हो गई है जिसमें वह चीन से 50 करोड़ रुपये की मांग कर रहा है. राजनीतिक व्यक्ति ने ये पैसे कथित रूप से सांसदों को खरीदने के लिए मांगे हैं. नेपाल में प्रधानमंत्री पद के चुनाव के लिए पांच दौर का मतदान होने के बाद भी किसी को चुना नहीं जा सका है. देश में लंबे समय से राजनीतिक अस्थिरता है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन

संपादनः ए जमाल

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