1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

नॉर्वे में हमले की कड़ी निंदा

२३ जुलाई २०११

ओस्लो में हुए धमाके और अंधाधुंध फायरिंग में 91 लोगों के मारे जाने की चौतरफा निंदा हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ऐसे हमलों पर रोक लगाने की जरूरत पर बल दिया है. यूरोपीय संघ ने इसे कायराना हरकत करार दिया है.

तस्वीर: dapd

राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने संदेश में मृतकों के परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना जताते हुए कहा, "यह घटना फिर ध्यान दिलाती है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए मिलकर कदम उठाने होंगे." संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने घटना पर गहरा शोक जताया है और हमले की कड़ी निंदा की है. बान की मून ने कहा है कि दुख की इस घड़ी में संयुक्त राष्ट्र नॉर्वे की जनता के साथ खड़ा है.

नाटो के महासचिव आंदर्स फो रासमुसेन ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए नॉर्वे के साथ एकजुटता पर जोर दिया है. रासमुसेन के मुताबिक इस तरह की हिंसक घटनाओं के खिलाफ नाटो देश एक साथ खड़े हैं. रासमुसेन ने मृतकों के परिजनों को अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की हैं.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस घटना से आतंकवाद के खतरों के प्रति चेताया है. कैमरन ने नॉर्वे के प्रधानमंत्री स्टॉल्टनबेर्ग से बात की है और कहा है कि इस समय उनकी संवेदनाएं नॉर्वे के लोगों के साथ हैं. कैमरन ने ब्रिटेन से मदद का प्रस्ताव भी रखा है.

तस्वीर: dapd

ओस्लो के मेयर फाबियान स्टांग ने कहा है कि इस हमले के बाद शहर को अब भी भरोसा नहीं हो रहा है कि इस तरह का हमला वहां हुआ है. उन्होंने कहा कि वह फिलहाल न्यू यॉर्क और लंदन में रहने वाले लोगों के बारे में सोच रहे हैं जिन्हें ऐसे हमलों का सामना करना पड़ा है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही ओस्लो में फिर से शांति लौट आएगी.

नॉर्वे में टेलीविजन पर दिखाई जा रही तस्वीरों को देखकर स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री कार्यालय को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है. सड़कों पर टूटा हुआ कांच बिखरा है और उस इलाके से धुंआ निकल रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ओ सिंह

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें