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पंजाब में बेखौफ होते मनचले

४ मई २०१५

पंजाब में चलती बस में एक और महिला से छेडछाड़ का मामला सामने आया है. मोगा में हुई वारदात के चार दिन बाद हुई ये घटना भी पंजाब की कानून व्यवस्था की पोल खोल रही है.

तस्वीर: Getty Images/N. Seelam

पंजाब के खन्ना में रविवार को चलती बस में एक महिला से छेडछाड़ होने लगी. छेड़छाड़ बगल में बैठा यात्री कर रहा था. तंग आकर महिला ने सीट बदल ली, लेकिन इसके बावजूद उसे पुरुष सहयात्री की फब्तियों का सामना करना पड़ा. महिला ने बस के ड्राइवर और कंडक्टर से शिकायत की. लेकिन उन्हें और बाकी यात्रियों को कोई फर्क नहीं पड़ा.

इसके बाद महिला ने अपने पति को फोन किया. पति ने पुलिस को फोन किया. पुलिस ने बस को रोकने के लिए नाका लगाया. नाके पर इशारा देने के बावजूद बस नहीं रोकी गई. इसके बाद पुलिस ने बस का पीछा किया और ड्राइवर व कंडक्टर को गिरफ्तार कर लिया.

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (दाएं)तस्वीर: UNI

पिछले हफ्ते ही पंजाब के मोगा में यौन उत्पीड़न के चलते एक बच्ची को जान गंवानी पड़ी. बदसलूकी करने वाले आरोपियों ने मां और उसकी 13 साल की बेटी को चलती बस से फेंक दिया था. बच्ची की मौत हो गई और मां की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है.

मोगा की वारदात जिस बस में हुई वह पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के परिवार की है. पुलिस पर आरोप है कि उसने राजनीतिक असर के चलते कार्रवाई करने में पहले आनाकानी की.

मशहूर वकील और आम आदमी पार्टी के नेता एचएस फुल्का ने राष्ट्रपति से पंजाब सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है. फुल्का के मुताबिक राज्य में संवैधानिक व्यवस्था चरमरा चुकी है.

चौतरफा आलोचनाओं ने घिरने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को सामने आना पड़ा. बादल ने ऐसी घटनाओं को अस्वीकार्य और दुखद बताया. लेकिन बादल के पास इस बात का कोई जवाब नहीं कि राज्य की कानून व्यवस्था इस हद तक क्यों गिर चुकी है. पीड़ित परिवार बस कंपनी की ओर से मुआवजा और राज्य सरकार की ओर से एक सरकारी नौकरी लेकर मामला निपटाने को राजी हो गया है.

ओएसजे/आरआर (पीटीआई)

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