गाब्रिएल ने कहा कि अब यह जिम्मेदारी यूरोप के ऊपर आती है कि वह दुनिया भर में परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए कदम बढ़ाए. उन्होंने रविवार को कहा, "शीत युद्ध के दौर की तरह, परमाणु हथियारों की नई रेस से यूरोप में मौजूद हम लोगों पर खास तौर से खतरा है." उनके मुताबिक, "इसीलिए जरूरी है कि हम लोगों को हथियारों पर नियंत्रण और निरस्त्रीकरण के लिए नए सिरे से पहल करनी चाहिए. "
शुक्रवार को ट्रंप प्रशासन ने अपनी नई सैन्य और परमाणु रणनीति के तहत अमेरिकी परमाणु क्षमता को बढ़ाने पर जोर दिया. इसी के जबाव में जर्मन विदेश मंत्री का बयान आया है. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने अपने दस्तावेज "न्यूक्लियर पॉस्चर रिव्यू" में रूस और चीन को अमेरिका के सामने मौजूद सबसे बड़ा खतरा बताया है.
दुनिया भर में इस वक्त नौ देशों के पास करीब 13,865 परमाणु बम हैं. हाल के सालों में परमाणु हथियारों की संख्या घटी है. चलिए देखते हैं कि किस देश के पास कितने परमाणु हथियार हैं.
तस्वीर: Reutersस्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिप्री) के मुताबिक परमाणु हथियारों की संख्या के मामले में रूस सबसे आगे है. 1949 में पहली बार परमाणु परीक्षण करने वाले रूस के पास 6,500 परमाणु हथियार हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/N. Kolesnikova1945 में पहली बार परमाणु परीक्षण के कुछ ही समय बाद अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर परमाणु हमला किया. सिप्री के मुताबिक अमेरिका के पास आज भी 6,185 परमाणु बम हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/H. Jamaliयूरोप में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार फ्रांस के पास हैं. उसके एटम बमों की संख्या 300 बताई जाती है. परमाणु बम बनाने की तकनीक तक फ्रांस 1960 में पहुंचा.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/J.-L. Brunetएशिया में आर्थिक महाशक्ति और दुनिया की सबसे बड़ी थल सेना वाले चीन की असली सैन्य ताकत के बारे में बहुत पुख्ता जानकारी नहीं है. लेकिन अनुमान है कि चीन के पास 290 परमाणु बम हैं. चीन ने 1964 में पहला परमाणु परीक्षण किया.
तस्वीर: Getty Imagesसंयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य ब्रिटेन ने पहला परमाणु परीक्षण 1952 में किया. अमेरिका के करीबी सहयोगी ब्रिटेन के पास 200 परमाणु हथियार हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/J. Kaminskiअपने पड़ोसी भारत से तीन बार जंग लड़ चुके पाकिस्तान के पास 150-160 परमाणु हथियार हैं. 1998 में परमाणु बम विकसित करने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई युद्ध नहीं हुआ है. विशेषज्ञों को डर है कि अगर अब इन दोनों पड़ोसियों के बीच लड़ाई हुई तो वह परमाणु युद्ध में बदल सकती है.
तस्वीर: picture-alliance/AP1974 में पहली बार और 1998 में दूसरी बार परमाणु परीक्षण करने वाले भारत के पास 130-140 एटम बम हैं. चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद के बावजूद भारत ने वादा किया है कि वो पहले परमाणु हमला नहीं करेगा. साथ ही भारत का कहना है कि वह परमाणु हथियार विहीन देशों के खिलाफ भी इनका प्रयोग नहीं करेगा.
तस्वीर: Reuters1948 से 1973 तक तीन बार अरब देशों से युद्ध लड़ चुके इस्राएल के पास 80 से 90 नाभिकीय हथियार हैं. इस्राएल के परमाणु कार्यक्रम के बारे में बहुत कम जानकारी सार्वजनिक है.
तस्वीर: Reuters/B. Ratnerपाकिस्तान के वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान की मदद से परमाणु तकनीक हासिल करने वाले उत्तर कोरिया के पास 20 से 30 परमाणु हथियार हैं. तमाम प्रतिबंधों के बावजूद 2006 में उत्तर कोरिया ने परमाणु परीक्षण किया.
तस्वीर: Reuters गाब्रिएल ने माना कि रूस ने जब से यूक्रेन के क्रीमिया को अपने क्षेत्र में मिलाया है तब से उसे लेकर न सिर्फ यूरोप में बल्कि अमेरिका में भरोसा कम हुआ है. उन्होंने कहा, "ऐसे संकेत हैं कि रूस ना सिर्फ अपनी पारंपरिक सैन्य क्षमताओं को मजबूत कर रहा है बल्कि वह अपने परमाणु हथियारों को भी बढ़ा रहा है." उन्होंने कहा कि जर्मनी नए हथियार बनाने की बजाय अपने सहयोगियों के साथ मिल कर निरस्त्रीकरण पर जोर देगा.
अमेरिका के परमाणु हथियार लंबे समय से जर्मन राजनीति में एक अहम मुद्दा रहे हैं. जर्मनी का अपना कोई परमाणु हथियार कार्यक्रम नहीं है. लेकिन शीत युद्ध के बाद से ही अमेरिका ने जर्मनी में अपनी अच्छी खासी सैन्य मौजूदगी के अलावा लगभग 20 परमाणु हथियारों को भी तैनात कर रखा है. पिछले आम चुनावों में एसपीडी पार्टी की तरफ से चांसलर पद के उम्मीदवार मार्टिन शुल्त्स ने मांग की थी कि जर्मनी से अमेरिका के सभी बमों को हटाया जाए. हालांकि उन्हें चुनाव में नाकामी का मुंह देखना पड़ा.
एके/आईबी (रॉयटर्स, डीपीए)