छुट्टियां बिताने जाएंगे तो कहां ठहरेंगे, होटल में या झुग्गी में. फुटबॉल वर्ल्ड कप के लिए ब्राजील जाने वाले कई खेल प्रेमी शायद ही महंगे होटलों में रह सकें इसीलिये वहां झु्ग्गियों को भी संवारा जा रहा है.
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महंगे होटलों के मामले में रियो डे जेनेरो दुनिया का तीसरा महंगा शहर है. न्यूयॉर्क और पेरिस के होटलों के बाद यहां पर्यटकों को होटल की भारी कीमत चुकानी पड़ती है. एक रात का औसत किराया है 247 डॉलर यानी करीब 14,700 रुपये. माना जा रहा है कि अगले महीने से शुरू होने वाले फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान होटलों का किराया 693 डॉलर तक पहुंच सकता है.
लेकिन इतनी ऊंची हर कोई नहीं चुका सकता, इसीलिए 12 शहरों में 60 "लव होटलों" को खेल प्रेमियों के लिए तैयार किया गया है. आम तौर पर लव होटलों का इस्तेमाल प्रेमी जोड़े किया करते हैं. वे घंटे के हिसाब से किराया दिया करते हैं. रियो होटल संघ के अल्फ्रेडो लोप्स के मुताबिक इन्हें अब विदेशी पर्यटकों की पसंद के मुताबिक ढाला जा रहा है. संघ के मुताबिक उनके पास लव होटलों के 1,000 कमरे हैं जिनका किराया 100 डॉलर से 375 डॉलर प्रति रात है लेकिन यह भी कम नहीं.
पर्यटकों की पसंद ब्राजील की झुग्गियां
रियो डि जिनेरियो की ये झुग्गी बस्तियां दुनिया भर के लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है. कलाकारों द्वारा दिए गए नए रंग रोगन ने बस्ती का हुलिया बदल दिया है.
तस्वीर: DW/Greta Hamann
यह है बस्ती का एक्टिंग स्कूल. दीवारों पर रंगों की छटा. एक समय में जहां आना जाना नापसंद किया जाता था आज वही इलाका 'विडिगाल' पर्यटकों के लिए कला का ठिकाना साबित हो रहा है.
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विडिगाल रियो के दक्षिण में पहाड़ी इलाके में है. ईपानेमा समुद्र तट से ठीक ऊपर. रात के समय घरों की खिड़कियों से झांकती रोशनी आसमान के बीच चमकते सितारों सी लगती है.
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1960 के दशक में बहुत से गरीब ब्राजीलियाई यहां आए क्योंकि उनके रोजगार यहां आस पास थे. पास के रईस लेबलन शहर में नौकरी की कई संभावनाएं हैं. लेकिन इलाके में मकानों के बढ़ रहे दाम से अब इन लोगों का रहना मुश्किल हो गया है.
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आज भी विगिडाल के लोगों को 1970 में मिली जीत पर गर्व है. जब इस पहाड़ी पर अपार्टमेंट्स बनाए जाने के प्रोजेक्ट का उन्होंने विरोध किया और कामयाबी पाई. उस समय कई कलाकारों और संगीतकारों ने उन्हें अपना समर्थन दिया.
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आज विगिडाल कुछ ऐसे इलाकों में शुमार है जहां हिंसा बहुत कम और कला के शौकीनों के लिए बहुत कुछ है. दिन के समय ऊपर से पूरा कोपाकबाना का इलाका देखा जा सकता है जहां रात में मेहमान पार्टी करते हैं.
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अक्सर यहां आने वाले मेहमान आने के बाद ज्यादा दिन तक रहने का मूड बना लेते हैं. यहां ऐसे होटल भी सस्ते दामों में मिल जाते हैं जिनसे शानदार नजारा देखना आसान है.
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विडिगाल में कई नई इमारतें बन रही हैं. यहां तक कि सैलानियों की बढ़ रही भीड़ के चलते पांच सितारा होटल भी बनाए जाने की योजना है.
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कई लोगों का मानना है कि यहां रहना कोपाकबाना के होटलों से ज्यादा सुरक्षित है. बीते कुछ सालों में लूटपाट में कमी आई ही है. 2012 में जब से यहां संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना के जवान आए हैं, नशे का कारोबार भी कम हुआ है.
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विडिगाल की बढ़ रही रौनक के साथ पुराने लोगों की कुछ दिक्कतें फिर सिर उठा रही हैं. नए होटल बनाने के चक्कर में कंपनियां उन पर घर छोड़ने का दबाव डाल रही हैं.
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फुटबॉल महाकुंभ को झुग्गी बस्ती में रहने वाले ब्राजीलियाई भी कमाई का अच्छा मौका मान रहे हैं. 42 साल की क्रिस्टियाने डे ओलिविएरा ने अपने तीन कमरे बैगपैकर्स टूरिस्टों को दे रही हैं. कमरों के साथ बाथरूम भी है और वाईफाई भी. वर्ल्ड कप के दौरान एक रात का किराया 45 डॉलर रहेगा.
पाब्लो गोमेज ने पिछले ही साल रियो के बाहर के पिछड़े इलाके में ग्रीन कल्चर हॉस्टल खोला है. उसमें 25 लोग ठहर सकते हैं. गोमेज कहते हैं, "वर्ल्ड कप के दौरान इसका किराया कार्निवाल के ही बराबर होगा, एक दिन का 54 से 63 डॉलर."
गोमेज के हॉस्टल में ठहरीं 25 साल की स्वीडिश युवती मिरियम ग्लेयर कहती हैं, "यहां हर कोई एक दूसरे को जानता है. आस पास कुछ अच्छे बार और रेस्तरां भी हैं. माहौल दोस्ताना है और यह कुदरत के करीब भी है." ब्राजील में इस वक्त 9,000 से ज्यादा मकान खेल प्रेमियों के लिए खाली हैं. इनमें से ज्यादातर पिछड़े इलाकों में हैं. उम्मीद है कि 12 जून से 13 जुलाई तक चलने वाले फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान चार से छह लाख विदेश पर्यटक ब्राजील आएंगे.