पवार को क्रिकेट में भ्रष्टाचार जरा बर्दाश्त नहीं
१७ सितम्बर २०१०क्रिकेट जगत को हिला कर रख देने वाले फिक्सिंग कांड की जांच स्कॉटलैंड यार्ड कर रही है. आईसीसी अध्यक्ष शरद पवार के मुताबिक जांच पूरी होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा और इस मामले में कुछ भी छिपाने की कोशिश नहीं की जाएगी.
"जब तक स्कॉटलैंड यार्ड की जांच पूरी नहीं हो जाती हम इस मामले में कैसे टिप्पणी कर सकते हैं. लेकिन अगर किसी का अपराध साबित होता है तो फिर हम कार्रवाई जरूर करेंगे. बिना किसी जानकारी के हमें निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए."
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष इजाज बट से मिलने के बाद पवार ने बताया कि आरोपों के आधार पर कुछ खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया गया है. "पहली नजर में कुछ आरोप लगे हैं और उनके चलते हमने खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया. स्कॉटलैंड यार्ड ने उन्हें घर जाने की इजाजत दे दी है और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने वादा किया है कि जब भी इन खिलाड़ियों से पूछताछ की जरूरत होगी उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा. लुकाछिपी का खेल नहीं खेला जा रहा है."
पवार ने जोर देकर कहा है कि पीसीबी या फिर आईसीसी जांच प्रक्रिया में किसी तरह का दखल नहीं देगी. फिक्सिंग कांड में भारत के शामिल होने या फिर साजिश रचे जाने को पवार ने बकवास करार दिया है. पवार के मुताबिक इस पूरे मामले में भारत की कोई भूमिका नहीं है. वैसे पीसीबी अध्यक्ष एजाज बट भी नहीं मानते कि पाकिस्तान खिलाड़ियों को बदनाम करने के लिए कोई साजिश रची गई.
बट ने दावा किया है कि पाकिस्तान के मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद आमेर और सलमान बट को आखिरी फैसला आने तक निलंबित किए जाने के आईसीसी के फैसले में उन्हें कुछ भी बुरा नहीं लगा.
"हम इस फैसले का बुरा नहीं मानते. आईसीसी ने हर खिलाड़ी से जवाब देने के लिए कहा और इसका उन्होंने पालन किया. अगर कोई दोषी पाया जाता है तो हम बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. आईसीसी के कायदे कानून इन मसलों में पूरी तरह साफ हैं."
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा एम