पश्चिमी अफ्रीका में तेजी से बढ़ता रेप कल्चर
१५ जनवरी २०१९सिएरा लियोन की राजधानी फ्रीटाउन में रहने वाली नौ साल की मैरी को तीन मर्दों ने नशा दिया और फिर उससे बलात्कार किया. मैरी की मां जब घर वापस आई तो उसने मैरी को परेशान और खून से सने हुए कपड़ों में देखा. मैरी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि "उन लोगों ने मेरे मुंह में गंदा कपड़ा डाला और मेरा बलात्कार किया." परिवार ने बलात्कारियों की शिकायत पुलिस से की और उनकी पहचान भी की मगर उनको कोई भी सजा नहीं हुई. सिएरा लियोन में पिछले साल हजारों बच्चियों और लड़कियों का रेप हुआ. ये अब दुनिया के सबसे गरीब देश में महामारी की तरह फैलता जा रहा है. पुलिस के आकड़े बताते हैं कि रेप के मामले 2017 की तुलना में दोगुने हो गए. 75 लाख की आबादी वाले देश में साल भर के भीतर 8,505 रेप के मामले सामने आए हैं जो 2017 में 4,750 थे. 2,579 मामले नाबालिग लड़कियों के हैं. ये तो उन लोगों के आकड़े हैं जो सामने आए, कई मामले तो सामने भी नहीं आते हैं.
"रेप कल्चर"
संयुक्त राष्ट्र संगठन यूनेस्को के चेरोनोर बाह का कहना है कि "हमारे यहां रेप का कल्चर है." पिछले महीने 500 से ज्यादा लोगों ने काले कपड़े पहन कर सड़कों पर महिलाओं के साथ हो रही हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया. रैली आयोजक अस्मा जेम्स ने कहा कि "नाबालिग लड़कियों का रेप पूरे देश की परेशानी है. ये स्थिति निराशाजनक, स्वार्थी, बर्बर और अमानवीय है और हम सभी, महिलाओं और पुरुषों को बोलने की आवश्यकता है."
कुछ ही हफ्ते पहले एक पांच साल की लड़की का रेप उसके 28 साल के रिश्तेदार ने किया. इस मामले से पूरा देश हिल गया. इस रेप से लड़की की रीढ़ की हड्डी टूट गई थी और एबरडीन वीमेन सेंटर के डाक्टरों का कहना है कि हो सकता है कि बच्ची फिर से चल ना पाए. कई लोगों ने मांग की कि छोटी बच्चियों का रेप करने वाले आरोपियों को उम्र कैद की सजा होनी चाहिए. इस बात का समर्थन राष्ट्रपति जूलियस माडा बायो ने भी किया. बायो ने कहा, "ये बात साफ है कि जो लोग लड़कियों से रेप करते हैं उनको उम्र कैद होनी चाहिए." बायो की पत्नी ने "हैंड्स ऑफ आवर गर्ल" के नाम से एक अभियान भी शुरू किया है.
15 साल से कम उम्र के पीड़ित
फ्रीटाउन की रेनबो पहल केंद्र के आकड़े दिखाते हैं कि 76 प्रतिशत पी़ड़ित 15 साल से कम उम्र की हैं जिसमें बच्चियां भी शामिल हैं. बाकी 16 से 20 साल की हैं. हर महीने औसतन 149 महिलाएं रेप की वजह से गर्भवती होती हैं. रेनबो के कार्यकारी निदेशक डैनियल केटोर ने एएफपी को बताया, "बच्चियों को खून से सने फटे कपड़ों में केंद्र पर लाया जाता है." सिर्फ फ्रीटाउन में ही 2018 में जनवरी से अक्टूबर तक 1,491 मामले सामने आए हैं. जिसमें सबसे कम उम्र की लड़की सात महीने की थी और सबसे वृद्ध महिला 85 साल की थी.
केटोर ने बताया कि "लड़कियों में से छह एचआईवी पॉजिटिव निकली और 484 गर्भवती हो गई." पीड़ितों को चिकित्सा प्रमाण पत्र देने से पहले डॉक्टर पीड़ित की जांच करते हैं और पीड़ित के शरीर और कपड़ों से सबूत निकालने की कोशिश करते हैं. चिकित्सा प्रमाण पत्र के आधार पर पुलिस जांच शुरू करती है.
कमजोर कानून
सिएरा लियोन के कानून सुधार आयोग की कमिश्नर रोडा सुफियान-कारगबो नुनी का कहना है, "महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ यौन हिंसा एक प्रचलित और विनाशकारी प्रथा है, जिसे खत्म करने के लिए कई तरह की पहलें की गईं मगर ये अभी भी देश में गहरी जड़ें जमाए हुए हैं." कई मामलों के बारे में बताया नहीं जाता और जिनकी रिपोर्ट होती है उनको सजा नहीं होती. कोर्ट के आकड़े दिखाते हैं कि 2018 में केवल 26 मामलों में ही सजा हुई है.
कई मामले तो इसलिए सामने नहीं आते हैं क्योंकि DNA जांच करने के साधन नहीं हैं. बाकी के मामले इसलिए सामने नहीं आते क्योंकि पीड़ित परिवार के पास केस लड़ने के पैसे नहीं होते. पुलिस अधीक्षक फातमाता दबोह, जो परिवार सहायता इकाई की भी प्रमुख हैं, उनका कहना है कि "पुलिस के पास रेप से जुड़े मामलों की जांच करने के लिए पर्याप्त साधन नहीं है."
सिएरा लियोन के 2012 के यौन अपराध कानून के हिसाब से रेप के लिए 5 साल से 15 साल की जेल हो सकती है. इस कानून को बदल कर रेप के अपराधियों के लिए और सख्त बनाया गया था. मगर इतनी सजा बहुत ही कम होती है. पिछले साल एक केस में 56 साल के आदमी को छह साल की लड़की का रेप करने के लिए एक साल की कैद हुई थी. इस सबसे लोगों में बहुत गु्स्सा है और वे बदलाव लाना चाहते हैं. न्याय मंत्री प्रिस्किल्ला श्वार्त्स का कहना है, "हम और सख्त कानून बनाने पर काम कर रहे हैं."
एनआर/ओएसजे (एएफपी)