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पश्चिमी जर्मनी की ओलंपिक टीम पर संदेह के बादल

२ अक्टूबर २०११

क्या पश्चिमी जर्मनी में सरकारी खर्चे पर ओलिम्पिक खिलाड़ियों के लिए डोपिंग कराई जाती थी? खेल वैज्ञानिकों की एक टीम इस बारे में रिसर्च कर रही है. आईओसी के अध्यक्ष जाक रोग ने रिसर्च अंतरिम नतीजों को कठोर सच कहा है.

तस्वीर: AP

अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटी के अध्यक्ष जाक रोग ने भूतपूर्व पशिचिमी जर्मनी में नशीली दवाओं के इस्तेमाल की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में मिले रिसर्च के नतीजों को "कठोर सत्य" कहा है. इसी हफ्ते "डोपिंग इन जर्मनी" पर एक अंतरिम रिपोर्ट जारी की गई है. जिसमें आरोप लगाया गया है कि 1970 से 1980 के बीच सरकारी खर्चे से डोपिंग और एनाबॉलिक्स पर सुनियोजित तरीके से शोध किए गए. इसमें कहा गया है कि बहुत मुमकिन है कि उस वक्त के ओलिंपिक सुप्रीमो विली डाउमे को डोपिंग गतिविधियों के बारे में जानकारी थी.

सच का पता चलेगा

जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए से बातचीत में रोग ने कहा है, "यह एक बड़ी जिम्मेदारी है कि सच्चाई को देखा जाए. हमें कठोर सच्चाइयों की जरूरत है और अटकलों की नहीं." रोग ने जर्मन ओलिंपिक कमेटी डीओएसबी की इस बात के लिए तारीफ की है कि उसने इस तरह का रिसर्च कराया है. खेल वैज्ञानिक बर्लिन और म्यूंस्टर में रिसर्च करके यह रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. अंतिम रिपोर्ट 2012 में आएगी.

1990 में जर्मनी के एकीकरण के बाद यह सामने आया कि सरकारी खर्चे से पूर्वी जर्मनी में डोपिंग कार्यक्रम चल रहा था. पश्चिमी जर्मनी में डोपिंग की गतिविधियों के बारे में यह पहली रिपोर्ट होगी.

तस्वीर: AP

जर्मन शहर बाडेन बाडेन के एक स्पा में 1981 के ओलिम्पिक कांग्रेस की 30वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में रोग शामिल हुए. यहां कांग्रेस ने ओलिम्पिक खेलों के लिए पेशेवर एथलीटों की भूमिका तय कर दी है. अंतरराष्ट्रीय ओलिम्पिक कमेटी के एथलीट आयोग का उद्घाटन किया गया और पहली बार ओलिम्पिक कमेटी में किसी महिला सदस्य को शामिल किया गया है.

जर्मन संसद की स्पोर्ट्स कमेटी के अध्यक्ष डागमर फ्राइटाग का कहना है कि अंतरिम रिपोर्ट और डाउमे की भूमिका स्पोर्ट्स कमेटी के एजेंडे में शामिल होगी. विली डाउमे की 1996 में मौत हो गई. फ्राइटाग ने कहा, "हम अंतरिम रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं और यह मामला जितनी जल्दी हो सके हमारे एजेंडे में शामिल होगा."

विभाजन और फिर एकीकरण

शीतयुद्ध के दौरान 1961 में बर्लिन की दीवार खड़ी होने और जर्मनी के दो भागों में बंट जाने के बाद पूर्वी जर्मनी ने अपनी अलग ओलिम्पिक कमेटी बनाई और ओलिम्पिक खेलों में अलग से टीम भेजना शुरू किया. 1968 से लेकर 1988 तक जर्मनी की दो दो टीम ओलिम्पिक खेलों में हिस्सा लेती रहीं. 1984 में पूर्वी जर्मनी की टीम ने सोवियत संघ के ओलिम्पिक का बहिष्कार करने के फैसले के समर्थन में अपनी टीम भी नहीं भेजी. 1990 में बर्लिन की दीवार गिरी और फिर एकीकरण के बाद जर्मनी की तरफ से एक टीम का जाना शुरू हुआ. पूर्वी जर्मनी की टीम ओलिम्पिक खेलों में काफी सफल रही और पश्चिमी जर्मनी के मुकाबले उसे काफी मजबूत माना जाता था. पूर्वी जर्मनी के हिस्से में 192 स्वर्ण सहित कुल 519 पदक हैं जबकि पश्चिमी जर्मनी के हिस्से में केवल 243 पदक जिसमें स्वर्ण पदकों की संख्या 67 है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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