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पसीना बहाकर आगे बढ़े राफा और फेडरर

२८ जून २०११

घायल शेरों की तरह विम्बलडन में दो आला दर्जे के घायल खिलाड़ियों का सामना हुआ. चोट से जूझ रहे राफाएल नडाल के सामने अर्जेंटीना के जुआन डेल पोत्रो थे, मुकाबला कड़ा हुआ. दोनों खिलाड़ी बेदम हो गए लेकिन जीत राफा को मिली.

तस्वीर: AP

नडाल और रोजर फेडरर जैसे बड़े खिलाड़ियों को विम्बलडन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए जमीन आसमान एक करना पड़ा. छह बार विम्बलडन जीतने वाले और ग्रास कोर्ट के बादशाह कहे जाने वाले रोजर फेडरर को तीन घंटे पसीना बहाने के बाद जीत मिली.

फेडरर रूस के मिखाएल युजनी को हमेशा आसानी से हराते रहे, लेकिन सोमवार को फेडरर की ऐसा करने में हालत खस्ता हो गई. पहला सेट हारने के बाद फेडरर ने तीन सेट लगातार जीतकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. परिणाम 6-7 (5-7), 6-3, 6-3, 6-3 रहा.

तस्वीर: dapd

पुरुषों के दूसरे अहम मुकाबले में अर्जेंटीना के जुआन डेल पोत्रो ने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नडाल को एक एक अंक के लिए रगड़ कर रख दिया. चोट से जूझने के बावजूद दोनों खिलाड़ी कोर्ट पर उतरे, बीच बीच में दर्द निवारक क्रीम और पट्टी बांधते दिखे लेकिन इसके बावजूद दोनों के बीच जबरदस्त संघर्ष हुआ.

पहला सेट नडाल ने टाईब्रेकर के जरिए जीता. नडाल के मुताबिक, "पहले सेट पर जब स्कोर 6-5 हुआ तो मुझे लगा जैसे मेरा पांव टूट गया है. उस वक्त मुझे लगा कि शायद आगे मैं खेल ही न सकूं. दर्द की वजह से मुझे फोरहैंड खेलने में काफी परेशानी हुई."

दूसरा सेट नडाल बुरी तरह हारे. पोत्रो ने 6-3 से सेट अपने नाम किया. तीसरा सेट में भी मुकाबला बराबरी का रहा लेकिन टाईब्रेकर तक खिंचे मुकाबले नडाल की जीत हुई. नडाल ने मैच 7-6 (8-6), 3-6, 7-6 (7-4), 6-4 से जीता.

नडाल आगे खेल सकेंगे या नहीं, इस पर अब संशय है. मंगलवार को उनके पैर का स्कैन किया जाएगा, अगर चोट गंभीर हुई तो विम्बलडन का टाइटल बचाने की ख्वाहिश रखने वाले राफा को मायूस होकर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ेगा.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एस गौड़

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