पहली बार कुंदूज पहुंचे जर्मन विदेश मंत्री
१० जनवरी २०११![](https://static.dw.com/image/6393756_800.webp)
इसी सप्ताह जर्मन कैबिनेट अफगानिस्तान में 2001 से तैनात सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का मसौदा पास करेगी. पिछले महीने जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल और रक्षा मंत्री कार्ल-थियोडोर त्सू गुटेनबर्ग ने अफगानिस्तान में जर्मन सैनिकों से मुलाकात की थी.
कुंदूज के अपने तीन घंटे के दौरे पर उप चांसलर वेस्टरवेले ने आजादी और सुरक्षा के लिए अपनी जान जखिम में डालने के लिए जर्मन सैनिकों की सराहना की. उन्होंने अभियान के दौरान मारे गए जर्मन सैनिकों के स्मारक पर फूलमालाएं चढ़ाईं.
वेस्टरवेले कुंदूज के नए गवर्नर मुहम्मद अनवर जेकदालेक से भी मिल रहे हैं. पिछले गवर्नर की इस्लामी कट्टरपंथियों ने अक्टूबर 2010 में एक हमले में हत्या कर दी थी.
रविवार को गीडो वेस्टरवेले ने काबुल में अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई से मुलाकात की और उनसे भ्रष्टाचार और मादक द्रव्यों के व्यापार के खिलाफ प्रयासों को तेज करने को कहा. जर्मन विदेश मंत्री ने अफगान राष्ट्रपति से धार्मिक अल्पसंख्यकों को अधिक सुरक्षा देने की भी मांग की.
जर्मन संसद में 28 जनवरी को सेना के नए अफगानिस्तान अभियान पर मतदान होगा. इसमें स्थिति अनुकूल रहने पर 2011 से सैनिकों की वापसी शुरू करने की भी बात शामिल होगी. इस समय लगभग साढ़े चार हजार सैनिक अफगानिस्तान में तैनात हैं जिनमें से अधिकांश उत्तरी प्रांत कुंदूज में हैं.
पहले अपेक्षाकृत शांत रहा उत्तरी इलाका पिछले महीनों में तालिबान के बढ़ते हमलों का गवाह बना है. अंतरराष्ट्रीय टुकड़ियों और अफगान सैनिकों द्वारा दूसरे इलाकों से विद्रोहियों को खदेड़े जाने के बाद उन्होंने उत्तरी इलाकों में गढ़ बनाना शुरू कर दिया है. प्रांतीय पुलिस के अनुसार रविवार को दश्ते आर्ची में तालिबान के साथ मुठभेड़ में 15 विद्रोही मारे गए हैं.
रिपोर्ट: डीपीए/महेश झा
संपादन: वी कुमार