पहली बार जानवरों के साथ हुआ ऐसा दर्दनाक हादसा
२९ अगस्त २०१६![Norwegen 300 tote Renntiere](https://static.dw.com/image/19510205_800.webp)
नॉर्वे में बिजली गिरने से धरती के उत्तरी हिस्से में रहने वाले 323 बारहसिंगों की जान चली गई. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि मध्य नॉर्वे में यह घटना घटी है. अपनी तरह की यह पहली ऐसी घटना है जब किसी कुदरती कहर से इतनी बड़ी तादाद में वन्य प्राणियों की जान चली गई है.
नॉर्वेजियन एनवायर्नमेंट एजेंसी ने ऐसी तस्वीरें जारी की हैं जिनमें नॉर्वे में रहने वाले विशेष प्रकार के हिरणों रेंडियरों की जली हुई लाशें एक छोटे से इलाके में बिखरी देखी जा सकती हैं. हरदानगेरविदा पहाड़ी पर ये रेंडियर शुक्रवार को मारे गए हैं. एजेंसी का कहना है कि कुल 323 जानवरों की जानें गई हैं जिनमें 70 नन्हे रेंडियर भी थे. एजेंसी के प्रवक्ता कयार्तन कनुत्सेन ने बताया कि बिजली गिरने से रेंडियर या किसी और प्राणी का मारा जाना तो असामान्य नहीं है लेकिन "इतनी बड़ी तादाद में प्राणियों के मारे जाने की घटना पहले कभी नहीं हुई थी."
कनुत्सेन ने बताया कि खराब मौसम में रेंडियर एक दूसरे के करीब रहते हैं, इसीलिए एक साथ इतने सारे जानवर मारे गए होंगे. जब मौसम बदलता है तो हजारों रेंडियर हरदानगेरविदा इलाके से गुजरते हैं. यह एक प्रसिद्ध नेशनल पार्क है जहां लगभग 10 हजार रेंडियर्स का सबसे बड़ा दल निवास करता है. नॉर्वे में लगभग 25 हजार टुंड्रा रेंडियर हैं. रेंडियर बहुत सामाजिक प्राणी होते हैं और दल में ही रहना पसंद करते हैं.
घटना की टेलिवजन फुटेज बिखरी लाशों का दर्दनाक दृश्य दिखाती हैं. इस फुटेज में देखा जा सकता है कि सैकड़ों जानवर एक दूसरे से चिपके हुए मरे पड़े हैं. कनुस्तन ने बताया, "शुक्रवार को यहां भारी तूफान आया था. जब इस तरह मौसम खराब होता है तो रेंडियर एक दूसरे के करीब आ जाते हैं. ऐसे में इन पर बिजली गिरी और सब एक साथ मारे गए."
नॉर्वे के अधिकारी तय नहीं कर पा रहे हैं कि लाशों के साथ क्या किया जाए. कनुस्तेन ने कहा, "हम जल्दी ही इस बात पर फैसला कर लेंगे कि कुदरत को अपना काम करने दिया जाए या फिर इन लाशों का हम कुछ करें."
जिन 323 रेंडियर्स की मौत हुई है उनमें से पांच को अधिकारियों ने ही मारा क्योंकि वे बुरी तरह घायल थे और बेहद तकलीफ से गुजर रहे थे.
वीके/एमजे (एएफपी)