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पांच छल्लों में लिपटा लंदन

२७ जुलाई २०१२

ओलंपिक 2012 का शहर लंदन खेलों की निशानी पांच रंग बिरंगे छल्लों में लिपट गया है. उद्घाटन समारोह की पूरी तैयारियां हैं. इसके बाद 300 तमगों की जंग शुरू हो जाएगी.

तस्वीर: AP

यूं तो ओपनिंग सेरेमनी के कार्यक्रम को गुप्त रखा गया है लेकिन जो रिपोर्टें आ रही हैं, उसके मुताबिक लंदन ओलंपिक का समारोह चीन में पिछली बार हुए बीजिंग ओलंपिक से भी भव्य करने की योजना है. लंदन के मुख्य स्टेडियम को सजा कर तैयार कर दिया गया है और स्लमडॉग मिलेनियर के निर्देशक डैनी बॉयल तीन घंटे के इस शो का निर्देशन करेंगे. स्टेडियम में करीब 60,000 लोग मौजूद होंगे. दुनिया भर के टेलीविजन पर एक अरब से ज्यादा लोग इस कार्यक्रम को लाइव देख सकेंगे.

खेलों को ब्रिटेन के लोगों के उस सवाल का जवाब भी देना है कि क्या सात साल के वक्त में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. ओलंपिक शुरू होने से पहले जितना उत्साह है, उतना ही दबाव भी. लंदन के मेयर बोरिस जॉनसन का कहना है, "यह एक बेहद तनाव का मौका है. लेकिन मैं तस्वीर का चमकीला पक्ष देख रहा हूं."

विवाद से शुरुआत

ओलंपिक की औपचारिक शुरुआत भले ही न हुई हो, कुछ खेलों को शुरू कर दिया गया है और इनके साथ ही विवाद भी शुरू हो चुके हैं. महिला फुटबॉल के खेल में उत्तर कोरिया की जगह दक्षिण कोरिया का झंडा दिखा दिया गया, जिस पर खासा बवाल हुआ. इससे पहले मीडिया ने जी4 सुरक्षा कंपनी के उस बयान को खूब बढ़ा चढ़ा कर पेश किया, जिसमें कहा गया कि वे ओलंपिक की सुरक्षा के लिए पर्याप्त जवानों का इंतजाम नहीं कर सकते हैं. आतंकवादी खतरों को देखते हुए लंदन ओलंपिक में सुरक्षा के बहुत तगड़े इंतजाम किए गए हैं.

हालांकि आतंकवाद विरोधी दस्ते के प्रमुख ने कहा है कि खतरे की कोई बात नहीं है. प्रधानमंत्री डेविड कैमरन कह चुके हैं कि उनकी पहली प्राथमिकता एक सुरक्षित ओलंपिक कराने की है, "शांति के माहौल में यह सबसे अधिक सुरक्षित ऑपरेशन है. हम कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं."

लंदन में 2005 में खतरनाक आतंकवादी हमला हो चुका है. उस आत्मघाती हमले में 52 लोगों की जान गई थी. इसके अलावा 1972 वाली म्यूनिख ओलंपिक की 40वीं बरसी भी इसी साल है. तब फलीस्तीनी आतंकवादियों ने जर्मन शहर म्यूनिख में हुए ओलंपिक के दौरान इस्राएली टीम पर हमला कर दिया था और पूरी टीम का सफाया हो गया था. अभी यह तय नहीं हो पाया है कि क्या लंदन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में उस घटना को याद किया जाएगा.

तस्वीर: Reuters

डोपिंग का मुद्दा

सुरक्षा के अलावा डोपिंग का मुद्दा भी छाया हुआ है. कम के कम 11 खिलाड़ियों को इस वजह से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जबकि ग्रीस की एक एथलीट को नस्लवादी टिप्पणी करने की वजह से ओलंपिक से निकाल दिया गया है.

लेकिन इन सब बातों को उस वक्त किनारे कर दिया जाएगा, जब ऐतिहासिक शहर लंदन रात नौ बजे (भारतीय समय से शनिवार तड़के डेढ़ बजे). बॉयल ने 10,000 स्वयंसेवियों के साथ उद्घाटन समारोह को गुप्त बनाए रखने की कोशिश की है लेकिन बहुत सी बातें छन कर सामने आ गई हैं. शुरुआत में विलियम शेक्सपीयर के नाटक पर आधारिक कार्यक्रम भी पेश किया जाना है. बीटल्स बैंड में रह चुके पॉल मैकार्टनी के शो के साथ यह कार्यक्रम खत्म होगा.

कौन थामेगा मशाल

अभी यह बात भी साफ नहीं है कि ओलंपिक की मशाल को आखिर में कौन थामेगा. हालांकि ब्रिटेन के फुटबॉल स्टार डेविड बेकहम और प्रिंस विलियम्स के नाम सामने आ रहे हैं. क्वीन एलिजाबेथ के साथ अमेरिकी की प्रथम महिला मिशेल ओबामा और दूसरे लोग भी मौजूद होंगे.

ओलंपिक की सबसे बड़ी प्रतियोगिता 100 मीटर की फर्राटा रेस मानी जाती है. सबकी नजरें इस बात पर रहेंगी कि क्या जमैका के उसैन बोल्ट एक बार फिर बिजली की रफ्तार से भाग पाएंगे.

एजेए/एनआर (रॉयटर्स, एएफपी)

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