पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी की छुटटी
११ फ़रवरी २०११![](https://static.dw.com/image/4796384_800.webp)
खर्चे कम करने के लिए पाकिस्तान के सभी मंत्रियों ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया था, ताकि प्रधानमंत्री छोटे मंत्रिमंडल का गठन कर सकें. शुक्रवार को राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने 22 मंत्रियों को शपथ दिलाई, जिसमें एक राज्य मंत्री भी शामिल है.
नए मंत्रिमंडल में सरकार के वफादार समझे जाने वाले गृह मंत्री रहमान मलिक और कानून मंत्री बाबर आवान का नाम शामिल है लेकिन कुरैशी के अलावा चार बड़े नाम नदारद हैं. इनमें पूर्व सूचना मंत्री कमर जमां कायरा, जल और बिजली मंत्री राजा परवेज अशरफ और कृषि मंत्री नजर मोहम्मद गोंदल के नाम शामिल हैं. मंत्रिमंडल में आठ नए चेहरों को शामिल किया गया है लेकिन अभी मंत्रालयों का बंटवारा नहीं किया गया है.
समाचार एजेंसी डीपीए ने सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा है कि कुरैशी को एक कम अहम मंत्रालय दिया जा रहा था, जिसके लिए उन्होंने मना कर दिया. समझा जाता है कि प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी कुरैशी का प्रभाव कम करना चाहते हैं.
लगभग तीन साल पहले 2008 में जब पाकिस्तान में नई सरकार बन रही थी, तो कुरैशी प्रधानमंत्री पद के भी दावेदार थे लेकिन आसिफ अली जरदारी की पहल पर अपेक्षाकृत कम जाने जाने वाले गिलानी को तरजीह दी गई. गिलानी और कुरैशी एक ही शहर मुलतान के रहने वाले हैं लेकिन खबरें आती रहती हैं कि उनकी आपस में नहीं बनती.
पिछले दिनों पाकिस्तान की प्रमुख विपक्षी पार्टी मुस्लिम लीग नवाज ने मांग की थी कि सरकार को मंत्रालय छोटा करना चाहिए ताकि खर्चों में कटौती की जा सके. दूसरे क्षेत्रों से भी दबाव बढ़ने के बाद सरकार इस पर राजी हो गई. पाकिस्तान सरकार के पास कमजोर बहुमत है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ए कुमार