पाकिस्तानी सेना ने दो सिखों को छुड़ाया
१ मार्च २०१०सेना ने एक बयान में कहा है कि दोनों सिख ओरकज़ई और ख़ैबर ज़िलों के बीच में मिले. उग्रवादियों ने इन्हें ख़ैबर इलाके से अगवा किया था. सेना ने कहा है कि सोमवार की कार्रवाई में कुछ उग्रवादी मारे गए थे लेकिन सिखों को छुड़ाने को लेकर और कोई जानकारी नहीं मिली है.
जनवरी में बारा शहर से कुछ सिखों को अगवा किया गया था. इनमें से एक, जसपाल सिंह की बेरहमी से हत्या कर उसकी लाश को ओरकज़ई में फेंक दिया गया था.
पाकिस्तान में सिख और हिंदू समुदाय अल्पसंख्यकों में गिने जाते हैं. ख़ैबर में रहने वाले सिख समुदाय और हिंदू लश्कर ए इस्लाम नाम के स्थानीय संगठन को अपनी सुरक्षा के लिए पैसे देते हैं. हालांकि स्थानीय सिख समुदाय का मानना है कि अपहरण और जसपाल सिंह की हत्या के पीछे पाकिस्तान के चरमपंथी संगठन तहरीक़ ए तालिबान का हाथ है.
पिछले महीने उग्रवादियों द्वारा सिखों की हत्या को लेकर भारतीय सिख समुदाय ने भी आपत्ति जताई थी. उन्होंने नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायुक्त के साथ अपना विरोध दर्ज किया और पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन किया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एम गोपालकृष्णन
संपादनः आभा मोंढे