पाकिस्तान के हिंदू परिवारों ने भारत से शरण मांगी
२७ दिसम्बर २०१०ये हिंदू परिवार बलूचिस्तान प्रांत में रहते हैं. परिवारों का कहना है कि उनके सदस्यों की चुन चुनकर हत्या की जा रही है. फिरौती के लिए अपहरण किए जाने के मामले भी सामने आए हैं. खबर की पुष्टि करते हुए पाकिस्तान के मानवाधिकार मामले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है, ''बलूचिस्तान के 27 हिंदू परिवारों ने शरण के लिए भारतीय दूतावास से दरख्वास्त की है.''
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत हैं. वहां हिंदू कई सदियों से रह रह हैं. लेकिन हाल के समय में उन्हें चुन चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. मानवाधिकार मामलों के प्रांतीय मंत्री सईद अहमद खान के मुताबिक हिंदू परिवारों को मजबूर होकर भारत से राजनीतिक शरण मांगनी पड़ रही हैं.
खान ने कहा, ''यह बड़ी चिंता की बात है. हमने सरकार से तुरंत इलाके में कानून व्यवस्था की स्थिति सुधारने को कहा है.''
दक्षिण एशिया में मानव सभ्यता के विकास के साथ ही हिंदू परिवार सिंधु नदी के किनारे बस गए थे. मोहनजोदाड़ो की खुदाई में इस बात के सबूत भी मिल चुके हैं. 1947 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन के बाद भी हजारों हिंदू परिवार पाकिस्तान में ही बसे रहे. लेकिन देश में धीरे धीरे फैले कट्टरपंथ की वजह से अब ऐसे कई परिवारों को मुश्किल हो रही हैं.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार