पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का प्रस्ताव भारत में खारिज
८ जुलाई २०११
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख ने सुझाव दिया था कि पाकिस्तान भारत में खेले ताकि क्रिकेट में आपसी द्विपक्षीय रिश्ते बहाल हों. लेकिन पीसीबी सीरीज से होने वाले मुनाफे में हिस्सा भी चाहता था. इस प्रस्ताव को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया. बट ने बताया, "हमने उन्हें कहा कि हम भारत में खेलने को तैयार हैं बशर्ते हमें भी मीडिया राइट्स दिए जाएं और यह 50-50 का मामला होगा. लेकिन वे नहीं माने."
एजाज बट ने एक इंटरव्यू में कहा कि पीसीबी ने बीसीसीआई को यह भी सलाह दी थी कि 2012 के मार्च अप्रैल में होने वाली सीरीज में मुनाफे को बांट लिया जाए ताकि पाकिस्तान को भी कुछ आर्थिक फायदा हो.
2009 में पाकिस्तान के साथ होने वाली सीरीज के लिए भारत ने मुंबई हमलों के कारण मना कर दिया था और इस कारण पीसीबी को जो लाभ उस समय होना था वह नहीं मिला. बट ने पीसीबी के हवाले से कहा कि सीरीज में लाभ के बंटवारे से न केवल उस सीरीज का घाटा पूरा हो जाता बल्कि भारत पाकिस्तान रिश्तों की बहाली में भी एक कदम आगे बढ़ता. बट ने यह भी माना कि भारत में खेलना पाकिस्तान के लिए आर्थिक लाभ भी है. "जो हम किसी और बढ़िया देश में खेल कर कमा सकते हैं उससे कहीं ज्यादा हम भारत में खेल कर कमा पाते हैं."
बट के मुताबिक मोहाली में भारत पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी सलाह दी थी अगर जरूरत पड़े तो पाक टीम को भारत में खेलना चाहिए लेकिन उन्होंने भारत को भी पाकिस्तान आ कर खेलने की सलाह दी थी. बट ने आगे कहा कि जो वे कह रहे हैं वह एकतरफा है. "श्रीलंका ने हमें कहा कि उनके कुछ खिलाड़ी पाकिस्तान जाने के लिए तैयार नहीं है इसलिए वे किसी तीसरे देश में खेलेंगे.
साथ ही बट ने कहा कि श्रीलंका ने तीसरे देश में खेलने के लिए ज्यादा पैसे मांगे हैं. जबकि दुबई और अबुधाबी के आयोजकों के साथ वे कम पैसे पर राजी हुए थे."
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पुष्टि की है कि भारतीय क्रिकेट अधिकारियों के साथ बातचीत हांगकांग में आईसीसी की बैठक के दौरान हुई थी. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों ने कहा था कि वह आपसी संबंध बहाल करना चाहते हैं लेकिन पहले उन्हें सरकार से हरी झंडी चाहिए. उसके बाद ही वह पीसीबी से संपर्क करेंगे.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः महेश झा