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पाकिस्तान ने हेडली के बयान खारिज किए

२६ मई २०११

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने डेविड हेडली के कबूलनामों को सिरे से खारिज कर दिया है. मुंबई हमलों के आरोपी हेडली ने अमेरिकी अदालत को बताया है कि आईएसआई आतंकी संगठनों को सहयोग देता है 26/11 की आतंकी साजिश भी उन्होंने बनाई.

तस्वीर: picture alliance/dpa

पाकिस्तान के एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने कहा, "मुझे इस बारे में कोई सफाई नहीं देनी है. वह जो कुछ भी कह रहा है, यह उसका नजरिया है." उन्होंने कहा, "वह किसी मेजर इकबाल की बात कर रहा है. आप ही बताइए कि पाकिस्तानी सेना और आईएसआई में कितने इकबाल होंगे. और अगर कोई ऐसा होगा भी, तो क्या आपको लगता है कि वह अपना असली नाम बताएगा."

50 साल के हेडली ने शिकागो की अदालत में बताया है कि वह पाकिस्तानी सेना के एक रिटायर्ड अफसर से मिला था और उसके बाद उसका संपर्क आईएसआई के अधिकारी मेजर इकबाल से कराया गया. वह मेजर इकबाल से ही निर्देश लेता था. कनाडाई मूल के तहव्वुर राना के खिलाफ चल रही अदालती कार्रवाई में डेविड हेडली प्रमख गवाह है. उसने मंगलवार को आतंकवादी संगठनों के बारे में कहा, "ये ग्रुप आईएसआई के साथ मिल कर काम करते हैं. उनका आईएसआई के साथ गठबंधन है."

तस्वीर: AP

पाकिस्तानी मूल के डेवि़ड हेडली को करीब दो साल पहले अमेरिका में उस वक्त गिरफ्तार किया गया था, जब वह पाकिस्तान भागने की फिराक में था. जांच में पता चला कि मुंबई के आतंकवादी हमलों की साजिश में उसका बड़ा रोल रहा था और उसने मुंबई का कई बार दौरा किया था. 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले में 166 लोगों की जान चली गई थी. यह हमला करीब 60 घंटे तक चला था. हेडली के साथ उसके दोस्त तहव्वुर राना को भी गिरफ्तार किया गया.

हेडली ने बाद में कई आरोपों को स्वीकार कर लिया. बदले में उसे इस बात की गारंटी मिल गई कि उसे मौत की सजा नहीं दी जाएगी और न ही उसे भारत, पाकिस्तान या डेनमार्क प्रत्यर्पित किया जाएगा. हालांकि राना ने आरोपों को स्वीकार नहीं किया है और अब उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जिसमें हेडली प्रमुख गवाह है.

हेडली का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्ते बेहद जटिल दौर में हैं. अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में होने और वहां मारे जाने के बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी भी शक के दायरे में है.

आईएसआई पर अमेरिका की ब्रुकलिन अदालत में भी मुकदमा चल रहा है. मुंबई के आतंकवादी हमलों में कुछ अमेरिकी भी मारे गए थे और उन्होंने जो केस किया है, उसमें आईएसआई को भी आरिपियों में शामिल किया है, जिसके बाद आईएसआई प्रमुख अहमद शुजा पाशा को अमेरिका तलब किया जा चुका है. हालांकि वह वहां नहीं गए हैं.

रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल

संपादनः एस गौड़

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