पाकिस्तान में दो हिंदू लड़कियों के कथित अपहरण और धर्म परिवर्तन की खबरें भारत और पाकिस्तान के बीच झगड़े की नई वजह है. भारत ने इन लड़कियों पर रिपोर्ट मंगाई तो पाकिस्तान ने कहा, भारत अपने यहां मुसलमानों का ख्याल रखे.
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मुस्लिम बहुल पाकिस्तान में अकसर हिंदू, सिख, ईसाई और दूसरे अल्पसंख्यक समूह अपने साथ भेदभाव होने की शिकायत करते हैं. इससे पहले भी कई बार ऐसी खबरें आ चुकी हैं जिनके मुताबिक हिंदू और सिख लड़कियों का अपहरण कर उन्हें जबरन मुसलमान बनाया जाता है.
पिछले दिनों सोशल मीडिया पर सिंध प्रांत के एक व्यक्ति का वीडियो वायरल हुआ जो एक पुलिस थाने के बाहर जोर जोर से रो रहा है और अपनी बेटियों के अपहरण पर कोई कार्रवाई ना होने की शिकायत कर रहा है.
पाकिस्तान की अनुमानित 20 करोड़ की आबादी में लगभग 95 फीसदी मुसलमान हैं. इनमें भी बहुसंख्यक सुन्नी हैं जिनकी संख्या 75 से 85 फीसदी बताई जाती है. एक नजर पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदायों पर.
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शिया
शिया मुसलमान पाकिस्तान का सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है जिसकी आबादी से 10 से 15 फीसदी बताई जाती है. हाल के सालों में पाकिस्तान में कई बार शिया धार्मिक स्थलों को आतंकवादी हमलों में निशाना बनाया गया है.
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अहमदी
पाकिस्तान की जनसंख्या में अहमदी मुसलमानों की हिस्सेदारी लगभग 2.2 प्रतिशत है. हालांकि पाकिस्तान में इन्हें मुसलमान नहीं माना जाता. 1970 में दशक में एक कानून पारित कर इन्हें गैर मुसलमान घोषित कर दिया गया था और इनके साथ कई तरह के भेदभाव होते हैं.
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हिंदू
पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी लगभग दो प्रतिशत है जिनमें से ज्यादातर सिंध प्रांत में रहते हैं. पाकिस्तान में हिंदू बेहद पिछड़े हैं और अभी तक बुनियादी अधिकारों के लिए जूझ रहे हैं.
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ईसाई
हिंदुओं के बाद पाकिस्तान में संख्या के हिसाब से ईसाई समुदाय की बारी आती है. उनकी आबादी लगभग 1.6 प्रतिशत है जबकि संख्या देखें तो यह 28 लाख के आसपास है. हाल के सालों में कई चर्चों पर हमले हुए हैं.
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बहाई
बहाई धर्म को मानने वालों की संख्या पाकिस्तान में 40 से 80 हजार हो सकती है.
सिख
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक का जन्म मौजूदा पाकिस्तान के ननकाना साहिब में हुआ था. यह स्थान सिख धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है. पाकिस्तान में अब सिर्फ लगभग 20 हजार ही सिख बचे हैं.
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पारसी
पारसियों की आबादी दुनिया भर में घट रही है. पाकिस्तान में भी ऐसा ही ट्रेंड दिखाई पड़ता है. वहां इनकी संख्या चंद हजार तक सिमट गई है.
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कलाश
खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के चित्राल में रहने वाला कलाश समुदाय अपनी अलग संस्कृति के लिए जाना जाता है. उनकी अलग भाषा और अलग धर्म है. लगभग तीन हजार की आबादी के साथ इसे पाकिस्तान का सबसे छोटा धार्मिक समुदाय माना जाता है.
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इसके बाद, भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायुक्त से इस मामले पर पूरी रिपोर्ट मांगी. पाकिस्तान में इसे देश के अंदरूनी मामलों में पड़ोसी देश के हस्तक्षेप के तौर पर देखा गया. पाकिस्तानी पुलिस का कहना है कि उसने लड़कियों के माता पिता की शिकायत पर अपहरण और डकैती का मामला दर्ज कर लिया और इस मामले में जल्द गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि "पूरा देश इन लड़कियों के साथ" है लेकिन उन्होंने इस मामले पर भारत की प्रतिक्रिया पर ऐतराज जताया. उन्होंने भारत को अपने यहां मुस्लिम अल्पसंख्यकों का ख्याल रखने की नसीहत दी है.
पाकिस्तान: एक हिंदू ने रचा इतिहास
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पाकिस्तानी सूचना मंत्री ने कहा, "मैडम मिनिस्टर, हमें यह जानकर खुशी हुई कि भारतीय प्रशासन में ऐसे लोग हैं जो दूसरे देशों में अल्पसंख्यकों के अधिकारों का ध्यान रखते हैं. हम बड़ी ईमानदारी से उम्मीद करते हैं कि आपका जमीर आपसे अपने घर में अल्पसंख्यकों के लिए खड़ा होने को कहेगा. आपकी आत्मा पर गुजरात और जम्मू का बोझ होना चाहिए."
उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेस में गुजरात में 2002 के मुस्लिम विरोधी दंगों का जिक्र किया जिसमें एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे और मरने वालों में ज्यादातर मुसलमान थे. इसके अलावा, पाकिस्तान भारत के इकलौते मुस्लिम बहुल राज्य जम्मू कश्मीर में भी भारत पर मानवाधिकारों के हनन के आरोप लगाता रहा है जिसे भारत खारिज करता है.
वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय के एक सूत्र ने पाकिस्तान में पिछले दो साल के भीतर हिंदू और सिख लड़कियों के जबरन अपहरण और धर्मांतरण के तीन और मामलों का जिक्र किया.
एके/आईबी (रॉयटर्स)
इन मुस्लिम देशों में हैं हिंदू मंदिर
दुनिया में भारत और नेपाल ही हिंदू बहुल देश हैं, लेकिन हिंदू पूरी दुनिया में फैले हैं. मुस्लिम देशों में भी उनकी अच्छी खासी तादाद है. डालते हैं एक नजर मुस्लिम देशों में स्थित मंदिरों पर.
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पाकिस्तान
पाकिस्तान के चकवाल जिले में स्थित कटासराज मंदिर का निर्माण सातवीं सदी में हुआ था. इस मंदिर परिसर में राम मंदिर, हनुमान मंदिर और शिव मंदिर खास तौर से देखे जा सकते हैं. पुरातात्विक विशेषज्ञ इसके रखरखाव में जुटे हैं.
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मलेशिया
मलेशिया में हिंदू तमिल समुदाय के बहुत से लोग रहते हैं और इसलिए यहां बहुत सारे मंदिर हैं. गोमबाक में बातु गुफाओं में कई मंदिर हैं. गुफा के प्रवेश स्थल पर हिंदू देवता मुरुगन की विशाल प्रतिमा है.
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इंडोनेशिया
आज इंडोनेशिया भले ही दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है, फिर भी वहां की संस्कृति में हिंदू तौर तरीकों की झलक दिखती है. वहां बड़ी संख्या में हिंदू मंदिर हैं. फोटो में नौवीं सदी के प्रामबानान मंदिर में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को देखा जा सकता है.
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बांग्लादेश
बांग्लादेश की 16 करोड़ से ज्यादा की आबादी में हिंदुओं की हिस्सेदारी लगभग दस फीसदी है. राजधानी ढाका के ढाकेश्वरी मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में और भी कई मंदिर हैं.
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ओमान
फरवरी 2018 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब ओमान पहुंचे तो वह राजधानी मस्कट के शिव मंदिर में भी गए. इसके अलावा मस्कट में श्रीकृष्ण मंदिर और एक गुरुद्वारा भी है.
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यूएई
संयुक्त अरब अमीरात में अभी सिर्फ एक मंदिर है जो दुबई में है. इसका नाम शिव और कृष्ण मंदिर है. जल्द ही अबु धाबी में पहला मंदिर बनाया जाएगा जिसकी आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने रखी.
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बहरीन
काम की तलाश में बहुत से लोग भारत से बहरीन जाते हैं, जिनमें बहुत से हिंदू भी शामिल हैं. उनकी धार्मिक आस्थाओं के मद्देनजर वहां शिव मंदिर और अयप्पा मंदिर बनाए गए हैं. (तस्वीर सांकेतिक है)
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अफगानिस्तान
अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदुओं की संख्या अब लगभग 1000 ही बची है. इनमें से ज्यादातर काबुल या अन्य दूसरे बड़े शहरों में रहते हैं. अफगानिस्तान में जारी उथल पुथल का शिकार हिंदू मंदिर भी बने. लेकिन काबुल में अब भी कई मंदिर बचे हुए हैं.
तस्वीर: DW
लेबनान
लेबनान के जाइतून में भी हिंदू मंदिर मौजूद है. वैसे लेबनान में रहने वाले भारतीयों की संख्या ज्यादा नहीं है. 2006 के इस्राएल-हिज्बोल्लाह युद्ध के बाद वहां भारतीयों की संख्या में कमी आई.