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पाकिस्तान में फिर कार्रवाई कर सकते हैं: ओबामा

२२ मई २०११

अमेरिका ने साफ कर दिया है कि जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान में ठीक वैसा ही हमला किया जा सकता है जैसा एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन के खिलाफ किया गया. 2 मई को अमेरिका सेना ने बिन लादेन को मार गिराया.

तस्वीर: AP

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर अमेरिका को पाकिस्तान में कोई बड़ा आतंकवादी सुराग मिलता है तो फिर ऐसी कार्रवाई को अंजाम देने से नहीं हिचका जाएगा.

ओसामा बिन लादेन के बाद तालिबान प्रमुख मुल्ला उमर अमेरिकी सेना के निशाने पर है. जब ओबामा से पूछा गया कि अगर उन्हें पता चलता है कि मुल्ला उमर का ठिकाना पाकिस्तान के किसी शहर में है तो ओबामा ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह एकपक्षीय कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे.

ओबामा ने कहा कि बिन लादेन का सुराग मिलना और फिर उसका कार्रवाई में मारा जाना हमारे लिए बेहद अहम लम्हा रहा. "अगर आप 9/11 हमले के पीड़ितों से मिलें तो जानेंगे कि यह देश के लिए कितना दुखद वाकया है. यह सब कुछ अल कायदा के पागलपन से ही हुआ. ऐसे में हमारा यह कह पाना कि हमने इसके जिम्मेदार ओसामा बिन लादेन को मार दिया है, हमारे लिए बड़ी बात रही. मैं अपनी सुरक्षा टीम के जज्बे से बेहद खुश हूं."

तस्वीर: AP

ओबामा के मुताबिक सैनिकों को उन्होंने निर्देश दिया था कि बिन लादेन को जिंदा या मुर्दा पकड़ना है. "जब आप अपनी टीम को ऐसी जगह भेजते हैं जहां घुप्प अंधेरे में उन्हें कार्रवाई को अंजाम देना हो और यह बिलकुल अंदाजा न हो कि आतंकवादियों के पास कितने हथियार हैं तो हमारा सबसे पहला निर्देश सुरक्षित लौट आने का था जो उन्होंने बेहद शानदार तरीके से निभाया. जिस तरह से बिना ज्यादा नुकसान के हमारा अभियान पूरा हुआ वह सैनिकों की पेशेवरता को दर्शाता है."

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मानते हैं कि पाकिस्तान को बिन लादेन के वहां छिपे होने की जानकारी थी तो उन्होंने कहा कि अमेरिका पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकता. "हम नहीं जानते. हम यह कह सकते हैं कि 5-6 साल वहां रहने के लिए किसी न किसी की मदद की जरूरत तो पड़ेगी ही. यह मदद सरकार के स्तर पर थी या किसी और ने मदद की इसकी हम जांच कर रहे हैं."

संप्रभुता के हनन का मुद्दा उठाकर पाकिस्तान ने अपनी नाराजगी को दर्शाया है लेकिन ओबामा अपने रुख पर कायम हैं. उन्होंने कहा, "हम पाकिस्तान की संप्रभुता का सम्मान करते हैं लेकिन हमारे लोगों के खिलाफ हमले करने और उन्हें मारने की साजिश होते हम नहीं देख सकते. हम इन साजिशों को पहले ही कार्रवाई करके खत्म कर देना चाहते हैं."

तस्वीर: AP

ओबामा के मुताबिक उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ही साफ कर दिया था कि अगर बिन लादेन का पता चला तो उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे और यह रुख किसी से छिपा हुआ नहीं है. एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सैनिकों ने मार गिराया और कार्रवाई करने से पहले पाकिस्तान को कोई जानकारी नहीं दी. पाकिस्तान ने अमेरिकी सेना के इस रुख पर कड़ी आपत्ति जताई है और दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पसरा हुआ है. इसके बावजूद ओबामा पाकिस्तान या किसी अन्य देश में कार्रवाई करने की अपनी नीति को जारी रखने की बात कह रहे हैं.

अमेरिका का मानना है कि 2001 में अफगानिस्तान की सत्ता से तालिबान के बेदखल होने के बाद मुल्ला उमर ने भागकर पाकिस्तान में शरण ली और वह अब भी वहीं छिपा हुआ है. पाकिस्तान मुल्ला उमर के वहां छिपे होने की रिपोर्टों को दरकिनार करता रहा है.

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा तीन दिनों के लिए ब्रिटेन की राजकीय यात्रा के लिए रवाना हो रहे है. 2003 के बाद यह पहली बार है जब अमेरिका का कोई राष्ट्रपति ब्रिटेन की राजकीय यात्रा पर जाएगा. ओबामा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से मुलाकात करेंगे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए जमाल

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