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पाकिस्तान में बाढ़ का पानी और इलाकों में फैला

५ अगस्त २०१०

पाकिस्तान में मॉनसून शुरू होने के एक सप्ताह बाद देश के बड़े इलाके में बाढ़ का पानी फैल गया है और लाखों लोग बेघर हो गए हैं. पहली बार अमेरिकी सैनिक हेलिकॉप्टरों ने दुर्गम इलाकों में राहत पहुंचाई है.

तस्वीर: DW

पाकिस्तान में आई भयानक बाढ़ के बाद स्थिति गंभीर बनी हुई है. कुछ इलाकों में पानी का स्तर नीचे गिरा है लेकिन देश के दक्षिणी हिस्से की ओर पानी फैल रहा है. जिन इलाकों में पानी भरा हुआ है उनमें हैजा फैलने की खबर आ रही है. जर्मन रेड क्रॉस ने हैजे के कई मामलों की खबर दी है. बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए फौरी मदद की ज़रूरत है लेकिन बाढ़ के कारण बहुत से इलाकों में पहुंच पाना संभव नहीं है. पानी मटमैले उफान ने रास्तों और पुल को नष्ट कर दिया है.

इस्लामाबाद से पेशावर जाने वाले हाइवे पर एक लेन बंद है, रोड के दोनों ओर बाढ़ से बचने के लिए लोग रह रहे हैं और मदद आने का इंतजार कर रहे हैं. बाढ़ ने उनका सब कुछ डुबो दिया है. एक शरणार्थी कहता है कि यहां कम से कम 200 तम्बुओं की ज़रूरत है, खाने का भी सामान उचित मात्रा में नहीं आ रहा है. जानवरों के खाने के लिए भी कुछ नहीं है.

बाढ़ का सैटेलाइट चित्रतस्वीर: AP/DW

ये हालत इस समय पाकिस्तान में लाखों लोगों की है जो बाढ़ग्रस्त इलाकों में रहते थे. इस इलाके के किसान यूं भी गरीब हैं, अब बाढ़ ने वह भी छीन लया है जो कुछ उनके पास था. बाढ़ग्रस्त इलाके में स्वात घाटी भी है जहां पिछले साल कुछ समय के लिए तालिबान ने कब्जा कर लिया था. इलाके को मुक्त कराने पाकिस्तानी सेना आई. लड़ाई के कारण लाखों लोगों को भागना पड़ा. वे जब लड़ाई खत्म होने के बाद वापस लौटे तो उनके पास कुछ भी नहीं था. संयुक्त राष्ट्र ब्यूरो की निकी बेनेट कहती हैं, "अब प्रभावित बहुत से लोगों के सामने पिछले साल ऐसी ही समस्या थी जब वे शरणार्थी हो गए थे, जब घर वापस लौटे तो गांव नष्ट हुआ पड़ा था."

पहले इस इलाके के लोगों को फौरी राहत पहुंचानी होगी, उसके बाद लोगों को दीर्घकालीन मदद देनी होगी ताकि वे अपना भविष्य संवार सकें. लेकिन इसमें समय लगेगा. इस्लामाबाद में अंतरराष्ट्रीय रेड क्रास के प्रवक्ता माइकेल ओब्रायन का कहना है कि अभी तक तो प्रभावित इलाकों की शिनाख्त भी नहीं हुई है.

फिर भी अनुमान लगाया जा रहा है कि 15 लाख लोग प्रभावित हैं. बाढ़ में 1600 लोग मारे गए हैं जबकि साढ़े तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. माल्टेजर और योहानिटर जैसी जर्मन राहत संस्थाएं लोगों को काध्य पदार्थों और दवाओं से मदद कर रही हैं. जर्मन राहत संस्थाओं के संगठन जर्मनी मदद करता है ने जर्मनी में पाकिस्तानी बाढ़पीड़ितों की मदद के लिए चंदा अभियान शुरू किया है.

रिपोर्ट: एजेसियां/महेश झा

संपादन: ओ जनौटी

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