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पाकिस्तान में विपक्ष के नेता गिरफ्तार

१९ अक्टूबर २०२०

कराची में रविवार को प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ एक बड़ी रैली के निकाले जाने के बाद सोमवार सुबह से विपक्ष के नेताओं की गिरफ्तारी शुरू हो गई.

Pakistan Protestkundgebung gegen die Regierung in Gujranwala
तस्वीर: Stringer/Reuters

पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद और उनकी पीएमएलएन पार्टी के नेता मोहम्मद सफ्दर को गिरफ्तार कर लिया है. शरीफ की बेटी मरयम नवाज ने ट्वीट कर के बताया कि वो कराची में जिस होटल में ठहरी हुई हैं पुलिस उस में घुस आई, उनके कमरे का दरवाजा तोड़ दिया और वहां से सफ्दर को गिरफ्तार कर लिया. सफ्दर के खिलाफ इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्नाह की कब्र पर राजनीतिक नारे लगाने के आरोप लगाए थे, जो गैर-कानूनी है.

सफ्दर की पत्नी और नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज ने रविवार की रैली में सरकार के खिलाफ भाषण दिया था और प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया था कि उन्होंने, "लोगों से नौकरियां छीन ली हैं...और लोगों से दो वक्त की रोटी भी छीन ली है." बताया जा रहा है कि रविवार की रैली में विपक्ष के लाखों समर्थक मौजूद थे जो प्रधानमंत्री को हटाने का एक अभियान शुरू कर चुके हैं. उनका आरोप है कि खान को दो साल पहले चुनावों में धांधली कर के सेना ने प्रधानमंत्री बनवा दिया था.

कराची में हुआ यह प्रदर्शन विपक्षी पार्टियों के गठबंधन पाकिस्तानी डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) द्वारा तीन दिनों में आयोजित किया गया दूसरा प्रदर्शन था. पीडीम नौ मुख्य विपक्षी पार्टियों का गठबंधन है जिसने सरकार के खिलाफ पूरे देश में आंदोलन शुरू करने की योजना बनाई है. खान के नेतृत्व में पाकिस्तान में मीडिया सेंसरशिप और मतभेदों, आलोचकों और विपक्ष के खिलाफ कठोर कार्रवाई बढ़ी है.

विपक्ष ने पंजाब प्रांत में पीएमएलएन के गढ़ गुजरांवाला शहर में एक विशाल रैली आयोजित की थी जिसे लंदन से एक वीडियो लिंक के जरिए संबोधित करते हुए नवाज शरीफ ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर 2018 के चुनावों में धांधली करवाने का आरोप लगाया था.तस्वीर: Tanvir Shahzad/DW

लेकिन उनके खिलाफ जो अभियान छेड़ा गया है उसमें उनके अर्थव्यवस्था के प्रबंधन को केंद्र में रखा गया है. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के आने से पहले ही नीचे गिर रही थी. रविवार की रैली में मरयम नवाज ने देश के एक और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ मंच साझा किया. कराची में जरदारी की पाकिस्तान पीपल्स पार्टी की ही सरकार है. रैली में अपने भाषण में उन्होंने कहा, " हमारे किसान भूखे हैं...हमारा युवा निराश हैं." यह संदेश देश में बढ़ती महंगाई और नेगेटिव आर्थिक विकास देख रहे उनके समर्थकों को लुभा गया.

63 वर्षीय विपक्षी नेता फकीर बलोच ने रैली में  कहा,"महंगाई ने गरीबों की कमर तोड़ दी है और कइयों को अपने बच्चों का पेट भरने के लिए भीख मांगने पर मजबूर कर दिया है... इस सरकार के जाने का वक्त आ गया है." उनका भाषण सुन कर समर्थकों की भीड़ ने "जाओ इमरान जाओ" के नारे लगाए. पाकिस्तान में अगले आम चुनाव 2023 में होने हैं. शुक्रवार को विपक्ष ने पंजाब प्रांत में पीएमएलएन के गढ़ गुजरांवाला शहर में एक विशाल रैली आयोजित की थी.

लंदन से एक वीडियो लिंक के जरिए रैली को संबोधित करते हुए नवाज शरीफ ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर 2018 के चुनावों में धांधली करवाने का आरोप लगाया था. उन्होंने बाजवा ओर 2017 में उन्हें सत्ता से हटवाने का भी आरोप लगाया था. उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप मनगढंत हैं. सेना ने अभी तक शरीफ के आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं दी है. खान ने इन आरोपों का खंडन किया है और सेना का समर्थन किया है. शनिवार को उन्होंने विपक्ष के नेताओं के खिलाफ और भी कठोर कार्रवाई की धमकी भी दी.

सीके/ए्ए(रॉयटर्स)

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