महान चित्रकार पाब्लो पिकासो की वर्ष 1955 में बनाई गयी ऑयल पेंटिंग ने नया विश्व रिकार्ड बनाया है. लगभग 18 करोड़ डॉलर के साथ यह दुनिया की सबसे महंगी बिकने वाली पेंटिंग बन गयी है.
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फाइन आर्ट ऑक्शन हाउस क्रिस्टीज ने पिकासो की 'वुमेन ऑफ अल्जीयर्स' पेंटिंग की बोली की रकम के लिए 14 करोड़ डॉलर का पूर्वानुमान लगाया था लेकिन इसके लिए आखिरी नीलामी लगभग 18 करोड़ डॉलर की लगायी गयी. नीलामी की यह प्रक्रिया 11 मिनट तक चली और इसमें 35 देशों के लोगों ने बोली लगायी. इस पेंटिंग को खरीदने वाले व्यक्ति की पहचान नहीं हो सकी है.
इससे पहले एक ब्रिटिश चित्रकार फ्रांसिस बैकन की कृति 'थ्री स्टडीज ऑफ ल्युसियन फ्रॉयड' ने नीलामी में विश्व रिकॉर्ड बनाया था. नवंबर 2013 में यह पेंटिंग करीब 14.2 करोड़ डॉलर में बिकी थी.
एक खास शैली की इस रंगीन पेंटिंग में हरम का एक दृश्य है. इस पेंटिंग को पिकासो ने 1955 में बनाया था जो उनकी 15 पेंटिंगों की एक श्रृंखला का हिस्सा है. नीलामी के बारे में क्रिस्टीज ग्लोबल के अध्यक्ष जुस्सी पिलकानेन ने कहा, "यह देखकर खुशी हो रही है कि इस पेंटिंग के लिए इतनी ज्यादा बोली लगायी गयी."
इसी नीलामी के दौरान स्विट्जरलैंड के कलाकार अलबर्टो जैकोमेट्टी की बनाई कांसे की मूर्ति 'प्वाइंटिंग मैन' दुनिया की सबसे महंगी मूर्ति बनी. यह 14 करोड़ डॉलर में नीलाम हुई.
एमजे/आईबी (रॉयटर्स)
2015 वेनिस बिएनाले: कला जगत का भविष्य
9 मई को वेनिस में 56वां वेनिस बिएनाले शुरू हुआ. अंतरराष्ट्रीय समकालीन कला को दिखाती "ऑल द वर्ल्ड्स फ्यूचर्स" प्रदर्शनी अगले 7 महीनों तक यहां दिखायी जाएगी.
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ब्राजील के कलाकार आंतोनियो मानुएल की इस इंस्टॉलेशन आर्ट का शीर्षक है 'ऑक्यूपेशन्स/डिस्कवरीज'. वेनिस आर्ट बिएनाले 22 नवंबर तक चलेगा. सितंबर में यहां वेनिस फिल्म समारोह आयोजित होगा.
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जापानी पैविलियन में आर्टिस्ट चिहारु शियोटा की कृति 'द की इन द हैंड' प्रदर्शित की गई है, जिसे चाभियों और धागों के अनूठे इस्तेमाल से तैयार किया गया है. शियोटा का जन्म ओसाका में हुआ था लेकिन अब वह बर्लिन में रहती हैं.
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जर्मन पैविलियन में हीटो श्टायर्ल की कला 'फैक्ट्री इन द सन 2015' दिखाई गई है. 1966 में म्यूनिख में जन्मे श्टायर्ल डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी बनाते हैं और बर्लिन यूनिवर्सिटी ऑफ द आर्ट्स में प्रोफेसर हैं.
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मार्जिया मिग्लियोरा की यह कृति इतावली पैविलियन में दिखाई गई है. नाइजीरियाई आर्टिस्ट, आलोचक, क्यूरेटर और लेखिक ओकवाई एनवेजर इस साल की अंतरराष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के पहले अफ्रीकी-मूल वाले क्यूरेटर बने हैं.
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ब्रिटिश-फ्रेंच जोड़ी ने 6 मई को ब्रिटिश पैविलियन के बाहर शोरोगुल वाले पंक संगीत का प्रदर्शन किया. सात महीने चलने वाले बिएनाले में संगीत कार्यक्रमों का आयोजन 2 से 11 अक्टूबर के बीच होगा.
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इतावली पैविलियन में रखे गए मिम्मो पालाडिनो की कलाकृति को निहारता एक दर्शक. पालाडिनो अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन शिल्पकार, पेंटर और प्रिंटमेकर के रूप में भी करते हैं. 1980 में पहली बार उनकी कला को वेनिस बिएनाले में प्रदर्शित किया गया.
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पोलिश आर्टिस्ट डोरोटा नीत्सलास्का की इंस्टॉलेशन आर्ट 'राइजेफीबर' वेनिस बिएनाले में 'डिस्पोजेशन' प्रदर्शनी का हिस्सा बनी है. इसे आप्रवासन और बेघर होने की भावना पर रचा गया है.