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पिछले 20 साल की बड़ी भगदड़ें

४ मार्च २०१०

भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में भगदड़ के अलावा भी भारत में कई और भगदड़ें हो चुकी हैं. लेकिन दुनिया के दूसरे हिस्सों में भगदड़ होती रहती है. डालते हैं बड़ी भगदड़ों पर एक नज़र.

तस्वीर: AP

मार्च 2010- उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ आश्रम में श्रद्धालुओं में भगदड़, लगभग 65 लोगों की मौत.

जनवरी, 2010- कोलकाता के पास गंगासागर मंदिर में भगदड़, सात लोगों की मौत.

मई, 2009- मोरक्को की राजधानी रब्बात के नहदा स्टेडियम में भगदड़ मचने से बच्चों और महिलाओं सहित 11 लोगों की जान गई.

मार्च, 2009- आइवरी कोस्ट में वर्ल्ड कप फ़ुटबॉल क्वालीफ़ायर मैच के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 22 लोगों की मौत.

सितंबर, 2008- राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर में भगदड़ से कम से कम 150 लोगों की मौत.

अगस्त, 2008- हिमाचल प्रदेश के नैना देवी मंदिर में ज़मीन खिसकने की अफ़वाह के बाद भगदड़. कम से कम 145 लोगों की मौत.

सितंबर, 2006- यमन के इब्ब प्रांत में एक स्टेडियम में राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह की चुनावी रैली में भगदड़, 51 की मौत.

तस्वीर: AP

फ़रवरी, 2006- फ़िलीपीन के एक लोकप्रिय टेलीविज़न गेम शो में हिस्सा लेने मनीला के स्टेडियम पहुंचे लोगों में भगदड़. 71 लोग मारे गए.

जनवरी, 2006- सऊदी अरब में हज में शैतान को कंकड़ी मारने के रस्म के दौरान जमरात पुल के पास भगदड़, 362 हाजी मारे गए.

अगस्त, 2005- इराक़ में बम की अफ़वाह के बाद दजला नदी के किनारे पुल पर शिया श्रद्धालुओं की भीड़ में भगदड़. 1,005 लोगों की मौत.

जनवरी, 2005- महाराष्ट्र के मंधारदेवी मंदिर में हुई भगदड़ में 265 श्रद्धालु मारे गए, जिनमें बड़ी संख्या में महिला और बच्चे शामिल थे.

फ़रवरी, 2004- हज के दौरान शैतान को पत्थर मारने की रस्म में भगदड़ मची. 251 हाजियों की मौत.

मई, 2001- घाना के एक फ़ुटबॉल स्टेडियम में उस वक्त भगदड़ मच गई, जब दंगाइयों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. हादसे में 126 लोग मारे गए.

अप्रैल, 1998- सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान मची भगदड़ में 119 लोगों को जान गंवानी पड़ी.

मई, 1994- हज के दौरान ही शैतान को कंकड़ी मारने की रस्म में हादसा हुआ. 270 लोगों की मौत हो गई.

जुलाई 1990- मक्का में हज के दौरान 1,426 लोग भगदड़ में कुचल कर मारे गए.

संकलनः एजेंसियां

संपादनः ए जमाल

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