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पीटरसन और फ़्लिंटॉफ़ सबसे महंगे क्रिकेटर

६ फ़रवरी २००९

इंग्लैंड के बल्लेबाज़ केविन पीटरसन और ऐंड्र्यू फ़्लिंटॉफ़ आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं. इन दोनों को साढ़े सात सात करोड़ रुपये में ख़रीदा गया. पिछले साल इंग्लैंड के खिलाड़ी आईपीएल में नहीं थे.

पीटरसन का परचमतस्वीर: AP

विवादों के बीच इंग्लैंड की कप्तानी छोड़ने वाले केविन पीटरसन की भारतीय लीग क्रिकेट आईपीएल में भारी पूछ है. बैंगलोर की टीम ने उन्हें साढ़े सात करोड़ रुपये में ख़रीदा है, जो पिछले साल की सबसे महंगी ख़रीद से लगभग डेढ़ करोड़ रुपये ज़्यादा है. भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पिछले साल सबसे ज़्यादा लगभग छह करोड़ रुपये में चेन्नई की टीम ने ख़रीदा था.

चेन्नई में फ़्लिंटॉफ़तस्वीर: AP

दूसरी तरफ़ चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में अब दो सबसे महंगे खिलाड़ी होंगे. धोनी के अलावा अब उन्होंने फ़्लिंटॉफ़ को भी ख़रीद लिया है. उन्हें भी साढ़े सात करोड़ रुपये में ख़रीदा गया. हरफ़नमौला फ़्लिंटॉफ़ गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाने में माहिर हैं. भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड में अनबन की वजह से पिछले साल इंग्लैंड के खिलाड़ी आईपीएल में शामिल नहीं हुए थे.

गोवा की राजधानी पणजी में क्रिकेटरों की बोली लगाई गई, जिसमें सबसे ज़्यादा क़ीमत केपी के नाम से मशहूर पीटरसन और फ़्लिंटॉफ़ की ही लगी. लेकिन स्टुअर्ट क्लार्क और रामनरेश श्रवण जैसे खिलाड़ियों को किसी ने पूछा तक नहीं. अलबत्ता बांग्लादेश के युवा तेज़ गेंदबाज़ मशरफ़े मुतर्ज़ा को कोलकाता की टीम ने लगभग तीन करोड़ रुपये में ख़रीद कर सबको हैरान कर दिया.

शाह रूख़-प्रीति भी क्रिकेट के दीवानेतस्वीर: AP

इंग्लैंड के ओवेश शाह को दिल्ली ने और ऑस्ट्रेलिया के शॉन टेट को राजस्थान रॉयल्स ने ख़रीदा. पिछले साल का मुक़ाबला शेन वार्न की कप्तानी वाली राजस्थान टीम ने ही जीता था.

आर्थिक मंदी के दौर में क्रिकेट खिलाड़ियों पर लगाई गई इन बोलियों से साफ़ है कि आयोजकों को इस बार भी आईपीएल की कामयाबी की पूरी उम्मीद है. आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने कहा, "इंग्लैंड के खिलाड़ी बड़े सितारे हैं और हम उनकी भागीदारी को लेकर बहुत उत्साहित हैं." दूसरी तरफ़ बैंगलोर टीम के मालिक विजय माल्या ने पीटरसन की ख़रीद पर भारी ख़ुशी जताई. पिछले साल उनकी टीम आख़िरी दो टीमों में थी और वह इससे बहुत निराश थे.

चेन्नई के कप्तान धोनीतस्वीर: AP

तीन घंटे के अंदर हार जीत का फ़ैसला दे देने वाले ट्वेन्टी 20 क्रिकेट के लीग मुक़ाबले ने पिछले साल भारत में धमाल कर दिया था. यूरोपीय क्लब फ़ुटबॉल की तर्ज़ पर खेले गए इस टूर्नामेंट को करोड़ों लोगों ने देखा था और इसके टेलीविज़न प्रसारण के अधिकार अरबों रुपये में बिके थे. मैचों का प्रसारण करने वाले टेलीविज़न चैनलों की टीआरपी रातों रात दोगुनी हो गई थी.

हालांकि पहले साल टीम मालिकों को मुनाफ़ा नहीं हुआ था लेकिन समझा जाता है कि भारत के बड़े उद्योगपतियों ने इस खेल को बहुत संजीदगी से लिया है. रिलायंस के मुकेश अंबानी ने मुंबई टीम में पैसा लगया है, किंगफ़िशर के मालिक विजय माल्या ने बैंगलोर में, प्रीति जिंटा ने मोहाली में और शाह रूख़ ख़ान ने कोलकाता की टीम में पैसे लगाए. इस साल शिल्पा शेट्टी राजस्थान रॉयल्स की ब्रैंड एम्बैस्डर बन रही हैं.

क्रिकेट खिलाड़ियों की साढ़े सात करोड़ रुपये की बोली पर बहुत बातें हो रही हैं लेकिन फ़ुटबॉल से अगर मुक़ाबला किया जाए तो बस अंदाज़ इस बात से लगा लें कि अभी हाल ही में ब्राज़ील के सुपर स्टार काका का यूरोपीय क्लब बदल कर ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनाइटेड में जाने की बात चली थी. उनकी टीम ने पांच अरब रुपये की पेशकश को ठुकरा दिया था.

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