पुणे विस्फोट में दो विदेशियों की मौत
१४ फ़रवरी २०१०पुणे के पुलिस कमिश्नर सत्यपाल सिंह ने बताया कि मारे गए नौ लोगें में से दो की विदेशी नागरिकों के तौर पर पहचान हो गई है. इनमें से एक नादिया मासिरीनी है, जबकि दूसरा सैयद अब्दुल ख़ारी है. ख़ारी पुणे में सिम्बयोसिस के लॉ स्कूल में पढ़ रहा था.
शनिवार शाम हुए बम हमले में 12 विदेशियों सहित 50 से ज़्यादा लोग घायल हो गए हैं. घायलों में जर्मनी, ईरान और सूडान के अलावा इटली, नेपाल, यमन और ताइवान के नागरिक शामिल हैं.
हमले के बाद भारत में विदेशी संस्थानों से सतर्कता बरतने की अपील की गई है. महाराष्ट्र पुलिस की प्रवक्ता रश्मि शुक्ला ने बताया कि इस्राएली, जर्मन और अमेरिकी संस्थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
पुणे की जर्मन बेकरी में शनिवार शाम लगभग साढ़े सात बजे थैले में रखा बम एक टेबल के नीचे फट गया था, जिसकी वजह से नौ लोगों की मौत हो गई और 50 से भी ज़्यादा घायल हो गए. इस बेकरी में विदेशी नागरिकों का आना जाना लगा रहता था. इसी बेकरी के पास रजनीश का ओशो आश्रम भी है, जहां कई विदेशी आते जाते रहते हैं. इलाक़े में एक इस्राएली संस्था भी है.
पुणे बम विस्फोट की अभी तक किसी ने ज़िम्मेदारी नहीं ली है और न ही इस मामले में अभी तक कोई गिरफ़्तारी हुई है. भारतीय गृह मंत्री पी चिदंबरम का कहना है कि यह हमला एक आसान लक्ष्य को निशाना बना कर किया गया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः राम यादव