शुक्रवार तड़के तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित वेंकटपुरम गांव के समीप जंगलों में यह गोलीबारी हुई. एनकाउंटर में दो राज्यों की पुलिस शामिल थी. घटना उस वक्त हुई, जब ग्रेहाउंड्स कर्मियों के साथ पुलिस ने जंगलों में नक्सलियों के मौजूद होने की गुप्त सूचना के आधार पर अभियान शुरू किया.
नक्सलबाड़ी के पचास साल, हालात जस के तस
पुलिस के मुताबिक घिरे माओवादियों से आत्मसमर्पण करने को कहा गया, लेकिन नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. मारे गए नक्सलियों में प्रतिबंधित समूह के तेलंगाना सचिव हरिभूषण उर्फ अलियास समेत भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के कुछ शीर्ष नेताओं और के शामिल होने की आशंका है. मृतकों में छह महिलाएं भी शामिल हैं.
'नक्सली भी तो अपने ही हैं'
मुठभेड़ में ग्रेहाउंड्स के सिपाही सुशील कुमार भी मौत हो गई. तीन अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए, जिन्हें भद्रचलम शहर ले जाया गया है. नक्सलियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भी श्हर भेजा गया है. पुलिस ने मौके से एक एके 47 राइफल समेत पांच बंदूकें मौके से बरामद करने का दावा किया है.
आतंकवाद दुनिया भर में हजारों जानें ले रहा है. आतंकी संगठनों में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ सी लगी हुई है. एक नजर सबसे खूनी आतंकवादी संगठनों पर.
तस्वीर: Getty Images/AFP/I. Liemanजी हां, इस्लामिक स्टेन नहीं, बोको हराम. यह दुनिया का सबसे घातक आतंकी संगठन है. अबु बकर शेकाऊ के इस संगठन ने अकेले 2014 में ही 6,644 लोगों की जान ली. 1,742 लोग घायल हुए. सैकड़ों लड़कियों को अगवा किया.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/S.Alambaइस्लामिक स्टेट द्वारा मारे गए लोगों की संख्या भले ही बोको हराम से कम हो, लेकिन इस संगठन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा माना जा रहा है. 2015 में इस्लामिक स्टेट ने 6,073 लोगों को मारा. कुल 5,799 आतंकी हमले किये. अबु बकर बगदादी का यह संगठन यूरोप, सीरिया, इराक, तुर्की और बांग्लादेश में सक्रिय है.
तस्वीर: picture-alliance/dpaअफगानिस्तान के गृह युद्ध के दौरान 1994 में तालिबान बना. इसे दुनिया का सबसे अनुभवी आतंकी संगठन कहा जाता है. 2015 में तालिबान ने 891 हमले किये, जिनमें 3,477 लोगों की जान गई. हिबातुल्लाह अखुंदजादा की अगुवाई वाला तालिबान अफगानिस्तान पर दोबारा कब्जा करना चाहता है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Noorullah Shirzadaइस संगठन के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी अभी भी नहीं है. खानाबदोश की तरह जगह बदलता यह संगठन नाइजीरिया में सक्रिय है. यह फुला कबीले का हथियारबंद संगठन है. ये फुलानी लोगों के जमींदारों को निशाना बनाता है. 2015 में इस उग्रवादी संगठन ने 150 से ज्यादा हमले किये और 1,129 लोगों की जान ली.
तस्वीर: Getty Images/AFP/I. Liemanबोको हराम का संबंध जहां इस्लामिक स्टेट से है, वहीं अल शबाब के तार अल कायदा से जुड़े हैं. पूर्वी अफ्रीका में सक्रिय यह आतंकी संगठन सोमालिया को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहता है. बीते साल अल शबाब ने 496 आतंकी हमले किये और 1,021 लोगों की जान ली.
तस्वीर: A. Ohanesian आईएएनएस/ओएसजे