पूरी नहीं थी तैयारी लव परेड की
२६ जुलाई २०१०शनिवार को लव परेड में भगदड़ मच गई, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई और करीब 340 लोग घायल हुए.
पत्रिका के मुताबिक सरकारी दस्तावेज में कहा गया है कि ड्यूसबर्ग में आग और अन्य खतरों से सुरक्षा के लिए इतने ही लोगों के लिए साधन उपलब्ध थे. ऐसे आरोप लगाए गए हैं कि अधिकारियों को पहले ही चेतावनी दी गई कि ड्यूसबर्ग इस तरह के आयोजन के लिए सही जगह नहीं है. लव परेड दुनिया भर में पसंद किया जाने वाला उत्सव है और इसमें लाखों लोगों के पहुंचने की उम्मीद रहती है.
रविवार को हादसे की जांच शुरू कर दी गई है. हादसे में बाल बाल बचे लोग भी आयोजकों से सख्त नाराज हैं. 22 साल के पैट्रिक गुएंटर ने कहा, “आयोजन बहुत ही खराब रहा. कुछ ही देर में वहां पीने के लिए अल्कोहल के अलावा कुछ नहीं बचा. फेस्टिवल भर गया. फिर भी लोगों को अंदर आने दिया गया.”
20 साल के अमेरिकी नागरिक टैगर्ट बोवन ने कहा, “ऐसा लगता है कि आयोजकों ने रूट की योजना नहीं बनाई. सड़क बहुत ही तंग थी. कोई योजना थी ही नहीं. किसी को भी नहीं पता चला कि क्या करना है.”
पुलिस के उप प्रमुख डेटलेफ फोन श्मेलिंग ने बताया कि मरने वालों की उम्र 20 से 40 साल के बीच है. उन्होंने कहा कि मरने वालों में सात विदेशी नागरिक हैं. इनमें ऑस्ट्रेलिया, इटली, नीदरलैंड्स, चीन, बोस्निया और स्पेन के नागरिक शामिल हैं.
रविवार को जब अधिकारियों ने इस मामले में एक प्रेस कांफ्रेंस की तो माहौल काफी गर्म हो गया था. अधिकारी इस बात की सफाई नहीं दे पाए कि भगदड़ असल में हुई किस वजह से. अधिकारियों ने बताया कि परेड के लिए 4000 पुलिस अफसर और 1000 सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए जमाल