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पूर्वी यूक्रेन में रूसी हमले का नया दौर शुरू

१९ अप्रैल २०२२

रूसी सेना ने कई दिनों की तैयारियों के बाद आखिरकार अपने सैन्य अभियान के नए चरण की यूक्रेन के पूर्वी इलाके में शुरुआत कर दी. 480 किलोमीटर तक फैले मोर्चे पर रूसी सेना ने एक साथ हमले शुरू किए हैं.

दोनेत्स्क इलाके के एक गांव से गुजरते यूक्रेनी टैंक
दोनेत्स्क इलाके के एक गांव से गुजरते यूक्रेनी टैंकतस्वीर: SERHII NUZHNENKO/REUTERS

बीते कई दिनों से इसके लिए सैनिकों और हथियारों को संगठित करने से जुड़ी खबरें आ रही थीं. यूक्रेनी सेना ने बताया कि रूसी सेना का लक्ष्य दोनेत्स्क और लुहांस्क के इलाके में अपना पूर्ण नियंत्रण स्थापित करना है.

रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव ने भी मंगलवार को कहा कि उनका देश यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान का नया चरण शुरू कर रहा है. लावरोव ने इसमें विशेष प्रगति होने की उम्मीद जताई है. लावरोव का कहना है, "(पूर्वी यूक्रेन में) इस अभियान का अगला चरण शुरू हो रहा है और मुझे यकीन है कि यह पूरे विशेष अभियान का बहुत खास क्षण होगा."

सैन्य अभियान का नया चरण

यूक्रेनी सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, "सोमवार को युद्ध के नए दौर की शुरुआत हुई है जब कब्जा करने वालों ने दोनेत्स्क, लुहांस्क और खारकीव के इलाके में हमारी लगभग पूरी रक्षा पंक्ति को तोड़ने की कोशिश की है."

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मंगलवार सुबह जारी सेना के बयान में कहा गया है, "रूसी सेना  मारियोपोल की घेराबंदी और उस पर गोलाबारी जारी रखी है साथ ही दूसरे शहरों पर मिसाइल हमले भी किए जा रहे हैं."

यूक्रेनी सेना ने यह भी बताया है कि क्रेमिन्ना की सड़कों पर लड़ाई चल रही है और इसलिए वहां से लोगों को निकालना संभव नहीं है. यूक्रेनी सैनिकों के मुताबिक, सैकड़ों किलोमीटर लंबे मोर्च पर यह उन दो जगहों में शामिल है जहां रूसी सेना सोमवार को घुसने में कामयाब हो गई.

होस्तोमेल में फटने से रह गए ग्रेनेड और रॉकेटों को जमा करता यूक्रेनी सैनिकतस्वीर: Efrem Lukatsky/AP/picture alliance

सोमवार रात से हमला शुरू

लुहांस्क के क्षेत्रीय सैन्य प्रशासक सेरही हाइदेई का कहना है कि पूरी रात यहां तोप से भारी गोलाबारी हुई है. सात इमारतों में आग लग गई है और ओलिंपिक के लिए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने वाले ओलिंपस स्पोर्ट्स कंप्लेक्स को निशाना बनाया गया है. हाइदेई ने यूक्रेनी टीवी से कहा रूसियों ने, "सबकुछ जमीन पर ढहा देने के बाद" टाउन पर कब्जा कर लिया इसलिए उनके सैनिक पीछे हट कर संगठित हुए और लड़ाई जारी रखी. हाइदेई ने यह भी कहा, "सरल बात है कि एक जगह पर टिके रह कर दुश्मन को बिना नुकसान पहुंचाए सबके मर जाने का कोई मतलब नहीं है."

यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि रूसी सेना ने तकरीबन 480 किलोमीटर लंबे मोर्चे पर एक साथ हमले शुरू किए हैं. यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ओलेक्सी दानिलोव ने कहा, "कब्जा करने वाले हमारी सुरक्षा को तोड़ने की कोशिश में हैं, सौभाग्य से हमारी सेना उन्हें बाहर ही रोक रही है. वे सिर्फ दो जगहों पर ही घुस पाए हैं इनमें एक है क्रेमिन्ना और दूसरा एक और छोटा टाउन. हम अपना कोई इलाका नहीं छोड़ेंगे."

रूस ने अब तक सुरक्षित रहे लवीव और दूसरे यूक्रेन के दूसरे शहरों पर भी हमले तेज किए हैं. ऐसा लग रहा है कि वो यूक्रेन की रक्षापंक्ति को पूरी तरह तोड़ देना चाहते हैं.

सोमवार को होस्तोमेल में ध्वस्त रूसी सेना का हैलीकॉप्टरतस्वीर: Efrem Lukatsky/AP Photo/picture alliance

रूस के सीमावर्ती इलाकों में हमला

रूस ने कहा है कि उसकी मिसाइलों ने 20 से ज्यादा सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है जिसमें हथियार डिपो, कमांड हैडक्वार्टर, सैनिकों के समूह, गाड़ियां भी शामिल हैं. सेना का कहना है कि उसके तोपखाने ने 315 अतिरिक्त हमले किए हैं और विमानों ने 108 हमले किए हैं. हालांकि रूसी सेना के इन दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है.

रूस की एक प्रांतीय सरकार ने यूक्रेनी सेना पर रूस के सीमावर्ती इलाके में एक गांव पर हमला करने का आरोप लगाया है जिसमें तीन लोगों के घायल होने की बात कही गई है. स्वतंत्र रूप से इन आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी है और यूक्रेन के अधिकारियों की तरफ से भी इस पर तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

पूर्वी यूक्रेन के एक क्षेत्रीय गवर्नर ने कहा है कि रूसी गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हुई है. खारकीव के गवर्नर सिनेयेहुबोव ने मंतलवार को बताया कि खारकीव के सेंटर और बाहरी इलाकों पर हुए रॉकेटों से हमले में 17 दूसरे नागरिक घायल भी हुए हैं. यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर खारकीव 24 फरवरी को शुरू हुए आक्रमण के बाद से ही हमले झेल रहा है.

यूक्रेन पर हमले के लिए तैनात रूसी इसकंदर मिसाइल सिस्टमतस्वीर: Russian Defence Ministry/TASS/dpa/picture alliance

रूस ने यूक्रेनी सैनिकों से समर्पण करने को कहा

रूसी सेना ने मारियोपोल की रक्षा में जुटे यूक्रेनी लोगों से कहा है कि वो हथियार डाल दें. रूसी कर्नल मिखाइल मिजिंत्सेव ने विशाल अजोव्स्ताल स्टील प्लांट की रूसी घेराबंदी में फंसे यूक्रनी सैनिकों को मंगलवार सुबह 9 बजे (जीएमटी) तक का समय समर्पण के दिया है. मिजिंत्सेव का कहना है जो लोग समर्ण कर देंगे वो, "अपनी जान बचा लेंगे."

बीते सात हफ्तों से मारियोपोल की रक्षा में लगे सैनिकों को इससे पहले भी ऐसे प्रस्ताव दिए गए लेकिन उन्होंने इनकी अनदेखी की. ओजोव्स्ताल प्लांट करीब 11 वर्ग किलोमीटर में फैला है और यह मारियोपोल के उन आखिरी इलाकों में है जहां रूसी सेना को अब भी प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है.

रूस ने इस स्टील प्लांट पर बंकर तोड़ने वाले बम गिराने शुरू कर दिए हैं. नेशनल गार्ड के अजोव रेजिमेंट के कमांडर ने सोमवार को यह जानकारी दी. रूस ने पूरे इलाके को घेर रखा है लेकिन यूक्रेनी सैनिक समर्पण करने को तैयार नहीं हैं. रूसी सैना का अनुमान है कि वहां करीब 2500 यूक्रेनी सैनिक और 400 विदेशी लड़ाके डटे हुए हैं. अमेरिका का कहना है कि रूसी सेना के करीब दर्जन भर बटालियन इस जगह पर नियंत्रण की कोशिशों में लगे हुए हैं. इस प्लांट में सैनिकों के अलावा बच्चों समेत बड़ी संख्या में आम लोग भी छिपे हुए हैं.

मारियोपोल के पास अलगाववादियों के नियंत्रण वाले इलाके में रूसी सेनातस्वीर: Alexei Alexandrov/AP/picture alliance

डोनबास इलाके में रूस समर्थित अलगाववादियों ने मंगलवार को कहा कि बम और तोपों से हमला करने के बाद एक हमलावर दस्ता ओजोव्स्ताल की ओर बढ़ रहा है जो यूक्रेनी सैनिकों को वहां से हटा देगा.

रूस का तेल टैंकर जब्त

रूस का एक तेल टैंकर ग्रीस के अधिकारियों ने जब्त कर लिया है. 115,000 टन वजनी पेगास तुर्की के मारमरा टर्मिनल जा रहा था लेकिन इसे एविया आइलैंड के दक्षिण में कारिस्तोस बंदरगाह पर रखा गया है. तटरक्षक बल की प्रवक्ता ने कहा है, "टैंकर 15 अप्रैल को यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों के तहत जब्त किया गया है. इस पर 19 रूसी सवार थे."

यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों में कई चीजों के आयात-निर्यात के साथ ही रूसी जहाजों को यूरोपीय संघ के बंदरगाहों से भी प्रतिबंधित कर दिया गया है.

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रूस के रक्षा मंत्री का कहना है कि अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देश यूक्रेन में सैन्य अभियान को लंबा खींचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.

जापान यूक्रेन को गैस मास्क, हजमत सूट और ड्रोन भेज रहा है ताकि वह रूसी हमले के खिलाफ अपने देश की रक्षा कर सके. रूसी सेना यूक्रेन में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करेगी इसकी आशंका जताई जा रही है. जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने मंगलवार को कहा कि जापान यूक्रेन के अनुरोध पर रासायनिक हथियारों लड़ने वाले साजो सामान भेज रहा है.

लुहांस्क के इलाके पर हमले की चपेट में एंबुलेंस भी आ गईतस्वीर: Serhii Nuzhnenko/REUTERS

पिछले महीने जापान ने बुलेटप्रूफ जैकेट, हेलमेट और गैर-घातक हथियार भेजे थे. जापान युद्ध लड़ रहे देशों को अपने हथियार नहीं देता लेकिन यूक्रेन को यह कह कर कर अपवाद में शामिल किया गया है कि उस पर रूस ने हमला किया है. हालांकि जापान में इसके खिलाफ विरोध के स्वर भी सुनाई पड़े हैं. जापान का संविधान किसी भी रूप में युद्ध को बढ़ावा देने से सरकार को रोकता है.

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स्वीडेन की सरकार स्वीडिश माइग्रेशन बोर्ड के लिए 1 अरब डॉलर की अतिरिक्त रकम देने पर विचार कर रही है. ऐसा यूक्रेन से भाग कर आने वाले लोगों को देखते हुए किया जा रहा है. स्वीडन के वित्त मंत्री मिकाएल डामबर्ग ने मंगलवार को इस साल का बजट पेश करते हुए यह बात कही.

स्वीडन की सरकार का कहना है कि देश यूक्रेन से आने वाले शरणार्थियों को अपने यहां रखेगा लेकिन उतने नहीं जितने उसने 2015 में रखे थे. तब स्वीडन ने 1,63,000 प्रवासियों को अपने यहां शरण दी थी और यह यूरोपीय संघ के किसी भी देश में प्रति व्यक्ति के हिसाब से सबसे ज्यादा है.

एनआर/आरएस (डीपीए, एपी, एएफपी)

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