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पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है चीन का विशाल रॉकेट

जुल्फिकार अबानी
५ मई २०२१

चीन का एक विशाल रॉकेट सीजेड 5बी पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है, लेकिन इस पर कोई नियंत्रण नहीं है और यह कहीं भी गिर सकता है. 9 मई को वायुमंडल में इसके प्रवेश की संभावना है.

Weltspiegel | China Rakete Langer Marsch 5B
तस्वीर: Getty Images/AFP

कुछ हफ्ते पहले जब स्पेस एक्स का रॉकेट फालकन 9 स्टारलिंक टेलीकम्यूनिकेशन उपग्रह पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करके लौट रहा था तो उसकी वापसी पर कोई नियंत्रण नहीं था. वैज्ञानिकों को नहीं पता था कि यह रॉकेट कब और कहां गिरेगा. अमेरिका में पोर्टलैंड और वॉशिंगटन राज्यों के ऊपर हवा में ही उस रॉकेट में आग लग गई और वह भस्म हो गया.

अब वैज्ञानिक आशंका जता रहे हैं कि आने वाले कुछ दिन में चीन का लॉन्ग मार्च 5 रॉकेट पृथ्वी पर अनियंत्रित लौटेगा और कहां गिरेगा, कहना मुश्किल है. चैंग जेंग-5बी नाम का यह रॉकेट कहां से प्रवेश करेगा, और कैसे गिरेगा, इस पर किसी का नियंत्रण नहीं है. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) इस रॉकेट पर निगाह रखे हुए है. उनके दफ्तर ने डॉयचे वेले को बताया कि सीजेड5बी पृथ्वी की ओर अनियंत्रित आने वाली पिछले दो दशक में सबसे भारी चीज है.

हालांकि उन्हें नहीं पता कि इसका भार असल में कितना है, लिहाजा कोई भी अनुमान लगाना नामुमकिन है. यह एक जरूरी तथ्य है क्योंकि आमतौर पर वैज्ञानिक चाहते हैं कि जब उपग्रह या रॉकेट पृथ्वी पर लौटे तो उसकी गति पर नियंत्रण हो ताकि उसके गिरने की जगह तय हो सके. लेकिन चीन के लॉन्ग मार्च 5 रॉकेट का डिजाइन ही ऐसा है कि उसकी वापसी पर नियंत्रण नहीं होता तो कुछ भी कहना मुश्किल है. ऐसा पिछले साल मई में भी हुआ था जब एक सीजेड 5बी लौटा था.

चीन के रॉकेट का डिजाइन ही ऐसा है कि उसकी वापसी पर नियंत्रण नहीं होता है.तस्वीर: Koki Kataoka/AP/picture alliance

विशेष हैं सीजेड 5बी

चीन के लॉन्ग मार्च 5 रॉकेट को भारी मालवाहक कहते हैं. फालकन 9, आरियाने 5 या युनाइटेड लॉन्च अलायंस के डेल्टा 4 रॉकेटों की तरह ये भी भारी चीजों को अंतरिक्ष में ले जाने के कारण आते हैं. सीजेड 5बी तियाने (सद्भावना) नाम के उपग्रह को लेकर अंतरिक्ष में गया था. यह तियानगॉन्ग स्पेस स्टेशन का नया नियंत्रण कक्ष होगा.

सीजेड 5बी के डिजाइन के बारे में ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है लेकिन ईएसए का अनुमान है कि यह एक सिलिंडरनुमा रॉकेट है जिसकी लंबी 33.2 मीटर है और चौड़ाई 5 मीटर. इसका वजन 19.8 टन हो सकता है. ईएसए ने डॉयचे वेले को बताया है कि मौजूदा अनुमान के मुताबिक सीजेड 5बी 9 मई को भारतीय समयानुसार रात लगभग 11 बजे पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा.

लेकिन यह अनुमान 20 प्रतिशत गलती की संभावना रखता है. यानी प्रवेश का समय आधा घंटा इधर या उधर हो सकता है. यह बताना भी संभव नहीं है कि रॉकेट कहां गिरेगा. ईएसए के मुताबिक, "अनियंत्रित वाहनों के बारे में यह अनुमान लगाना संभव नहीं है कि वे किस हिस्से से टूटेंगे और कहां गिरेंगे.” इसलिए इस आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि सीजेड 5बी किसी आबादी वाले इलाके में न गिर जाए.

पिछले साल मई में भी जब एक सीजेड 5बी लौटा था तो वो भी कहां गिरेगा इसका अंदाजा नहीं हो पाया था.तस्वीर: Zhang Liyun/Xinhua/picture alliance

यह एक विशाल रॉकेट है और इसके टुकड़े 57 मीटर तक लंबे हो सकते हैं जो बिना भस्म हुए धरती पर गिर सकते हैं. हालांकि वैज्ञानिक मानते हैं कि टुकड़ों की जलकर भस्म हो जाने की संभावना बहुत ज्यादा होती है लेकिन खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता. डॉयचे वेले को भेजे अपने ईमेल में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी कहती है, "कथित रिस्क जोन 41N और 41S के बीच हो सकता है. यानी स्पेन, इटली और ग्रीस के आसपास.”

लेकिन सीजेड 5बी का झुकाव 41 डिग्री है. इसलिए यह अमेरिका में न्यूयॉर्क, दक्षिणी चिली, न्यूजीलैंड के वेलिंगटन या चीन की राजधानी बीजिंग की ओर भी जा सकता है.

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