पेट्रोल डीज़ल की क़ीमतों पर संसद में हंगामा
३ मार्च २०१०संसद के दोनों सदन, राज्य सभा और लोक सभा दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई. विरोध पेट्रोल डीज़ल की क़ीमतें बढ़ाने के लिए हो रही बातचीत के दौरान शुरू हुआ जिसने पूरे विपक्ष को एक साथ खड़ा कर दिया.
होली की चार दिन की छुट्टी के बाद बुधवार को लोकसभा का सत्र जैसे ही शुरू हुआ समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने स्पीकर की कुर्सी के नज़दीक जा कर नारेबाज़ी शुरू कर दी. उनके साथ फिर बीजेपी के सदस्यों ने नारे लगाने शुरू किए कि "यह सरकार निकम्मी है, जो सरकार निकम्मी है वह सरकार बदलनी है." इस शोर शराबे के बीच लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने संसद दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी.
उधर राज्य सभा में बीजेपी, एस पी, एआईडीएमके, बीएसपी और वामपंथी पार्टी के सदस्यों ने सभा शुरू होने के थोड़ी ही देर बाद पेट्रोल डीज़ल की क़ीमतें बढ़ाने के विरोध में नारेबाज़ी शुरू की. विपक्षी दलों की मांग थी कि पेट्रोल में 2.71रुपए और डीज़ल में 2.55 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि वापस ली जाए. राज्यसभा के अध्यक्ष हामिद अंसारी ने पश्नकाल को आगे बढ़ाने की अपील की. पहला सवाल भी पूछा गया लेकिन इसके बाद भी विपक्ष की नारेबाज़ी जारी रहने पर संसद को स्थगित कर दिया गया.
उधर वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी ने कांग्रेस सांसदों को पेट्रोल डीज़ल की क़ीमतें बढ़ाने के निर्णय का आधार साफ़ किया. कांग्रेस के अपने धड़े डीएमके और ममता बैनर्जी की पार्टी क़ीमतें बढ़ाने के प्रस्ताव का कड़ा विरोध कर रहीं हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा मोंढे