पेरिस हमलों के संदिग्ध को बेल्जियम में 20 साल की सजा सुनाई गई. यूरोप के मोस्ट वांटेड अपराधी करार दिए जा चुके संदिग्ध ने बेल्जियम में पुलिस पर हमला किया था.
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फ्रांस से सटे बेल्जियम में सोमवार को 2015 के पेरिस हमलों के संदिग्धों से जुड़े एक मामले की सुनवाई पूरी हुई. राजधानी ब्रसेल्स की अदालत ने संदिग्ध सलाह अबदेस्लाम और उसके साथी को पुलिस पर हमला करने और हत्या की कोशिश करने का दोषी करार दिया. दोनों को 20 साल जेल की सजा सुनाई. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा, "इस बात पर कोई शक नहीं है" कि "दोनों में चरमपंथ बहुत गहराई" तक घुसा हुआ है."
कोर्ट के फैसले पर खुशी जताते हुए बेल्जियम पुलिस के वकील मार्से आली ने कहा, "हमारी सारी मांगें पूरी की गईं, हम संतुष्ट हैं. फैसले में कहा गया है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करना बहुत ही गंभीर अपराध है."
पेरिस में नवंबर 2015 में हुए आतंकवादी हमले में 130 लोग मारे गए थे. पेरिस हमले के बाद दोनों संदिग्ध बेल्जियम पहुंचे. बेल्जियम में पुलिस ने जब उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की तो वे भाग निकले. छापेमारी के दौरान पुलिस पर फायरिंग भी की गई. इस दौरान एक संदिग्ध मारा गया और एक पुलिसकर्मी जख्मी हो गया. सलाह अबदेस्लाम और सोफियाने अयारी भागने में सफल रहे.
यूरोप पर आतंकी हमले
यूरोप में पिछले सालों में पुलिस चौकसी बढ़ी है. 9/11 के हमलों के बाद यूरोप भी आतंकवाद की चपेट में आता दिखा. तस्वीरों में देखिए कब कब हुए हमले...
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पैरिस में चौकसी
इस साल अप्रैल में जब बॉस्टन मैराथन में हमले की खबर आई तो यूरोप भी चौकस हो गया. पैरिस में आइफल टावर के पास सुरक्षा बढ़ा दी गयी. बॉस्टन मैराथन दौड़ की फिनिशिंग लाइन के पास दो धमाके हुए थे, जिनमें तीन लोगों की मौत हुई और 180 लोग घायल हुए.
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फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर हमला
2011 में कोसोवो के एक इस्लामी कट्टरपंथी युवक ने अमेरिकी सैनिकों की एक बस पर गोलियां चलाईं. इस हमले में दो सैनिक मारे गए. हमलावर की उम्र 21 साल बताई गई. जर्मनी में यह इस तरह का पहला हमला था.
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क्रिसमस पर दहशत
2010 में स्वीडन की राजधानी को एक मानव बम ने दहला दिया. इंग्लैंड का रहने वाला इराकी मूल का एक व्यक्ति काफी तैयारी के साथ स्टॉकहोम के क्रिसमस बाजार में पहुंचा. लेकिन उसके शरीर पर लगे पांच में से एक ही बम ने उसका साथ दिया. उसी वक्त 200 मीटर दूर खड़ी एक कार में भी धमाका हुआ और दो लोग घायल हुए.
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एम्सटर्डम से उड़ान
2009 में नाइजीरिया के एक युवक ने शरीर पर लगे बारूद से एक विमान को उड़ाने की कोशिश की. लेकिन यात्रियों ने उसे दबोच लिया और उसकी कोशिश को नाकाम कर दिया. यह विमान नीदरलैंड्स की राजधानी से अमेरिका के ड्रेटॉयट शहर जा रहा था.
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9/11 की तर्ज पर
2007 में जर्मनी में तीन इस्लामी आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया. ये लोग 9/11 की तर्ज पर जर्मनी में हमले की योजना बना रहे थे. गुट के चौथे व्यक्ति को तुर्की से गिरफ्तार किया गया. हमलों की योजना बनाने वाला मुख्य आरोपी फ्रिट्स गेलोवित्स जर्मन था.
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स्टेशन पर हमला
2006 में जर्मनी के कोलोन रेलवे स्टेशन पर हमले की कोशिश की गयी. सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि दो युवकों ने अलग अलग ट्रेनों में विस्फोटकों से भरे सूटकेस रखे. हालांकि तकनीकी गड़बड़ी के कारण विस्फोट नहीं हो पाये. लेबनान के रहने वाले इन दोनों युवकों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी.
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लंदन मेट्रो में धमाके
2005 में लंदन की तीन मेट्रो रेलों और एक बस में आत्मघाती हमले हुए, जिनमें 52 लोगों की जान गयी और 150 घायल हुए. चार में से तीन आतंकवादी पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिक थे और चौथा जमैका मूल का. इन सबने अपने बैग में बम रखे थे.
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मैड्रिड में अल कायदा
2004 में स्पेन की राजधानी में चार ट्रेनों में सिलसिलेवार धमाके हुए. इनमें 191 लोगों की जान गयी और 2,000 से ज्यादा लोग जख्मी हुए. हालांकि बाद में यह बात साफ हो गयी कि हमले अल कायदा से प्रेरित थे, लेकिन उस समय स्पेन की अनुदारवादी सरकार ने बास्क अलगाववादियों को इनके लिए जिम्मेदार ठहराया.
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फ्रांस पर निशाना
साल 2000 में अल कायदा ने फ्रांस में भी इसी तरह के हमलों की योजना बनाई थी. लेकिन उस से पहले ही पुलिस ने अल्जीरिया के चार युवकों को धर दबोचा.
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पुलिस को उनके ठिकाने से एके-राइफल और गोलियों की बेल्ट मिली. फॉरेंसिक एक्सपर्टों ने कमरे से कई डीएनए सुराग जुटाए, जो अदालत में अहम सबूत साबित हुए. इस छापेमारी के तीन दिन बाद यूरोप के मोस्ट वांटेड अपराधी अबदेस्लाम को पुलिस ने चरमपंथ के लिए कुख्यात ब्रसेल्स के मोलेनबिक जिले से गिरफ्तार किया. ट्यूनीशिया का अयारी यूरोप आने से पहले साल भर तक इस्लामिक स्टेट का लड़ाका रह चुका था. उसकी गिरफ्तारी के बाद 22 मार्च 2016 को ब्रसेल्स के एयरपोर्ट और मेट्रो सिस्टम को निशाना बनाया. हमले में 32 लोग मारे गए.
सजा के खिलाफ अबदेस्लाम और अयारी 30 दिन के भीतर अपील कर सकते हैं. उनके वकील स्वेन मारी के मुताबिक यह साफ नहीं हुआ है कि अबदेस्लाम ने पुलिस पर फायरिंग की. मारी कहते हैं, "अगर शक बाकी है तो उसे रिहा करना चाहिए, यह बहुत ही सामान्य है."
अदालती कार्रवाई के दौरान अबदेस्लाम ने सहयोग करने से भी इनकार किया. फिलहाल उसे फ्रांस की जेल में रखा गया है. अभी यह साफ नहीं है कि पेरिस हमलों के मामले में सुनवाई कब शुरू होगी. माना जा रहा है कि इसमें लंबा वक्त लगेगा.
जब गाड़ियां लाती हैं मौत
आतंकवादी छोटी बड़ी गाड़ियों को आतंक और मौत ले आने वाले खतरनाक औजार के रूप में बदल देने की नीति अपना रहे हैं और सुरक्षा एजेंसियां लाचार हैं. देखिए यूरोप में कहां कहां हुआ है गाड़ियों से आतंकी हमला.
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मैनहटन
अमेरिका में न्यूयॉर्क शहर के मैनहटन इलाके में एक ट्रक ड्राइवर ने साइकिल और पैदल लेन में घुसकर लोगों को कुचला. इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गयी और करीब 11 लोग बुरी तरह से घायल हैं. पुलिस ने संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है. इसका नाम सेफुलो साइपोव है और इसकी उम्र 29 साल बताई जा रही है.
तस्वीर: Reuters/A. Kelly
बार्सिलोना
17 अगस्त, 2017 की शाम स्पेन के बार्सिलोना में पर्यटकों के बीच लोकप्रिय शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में हमलावर ने लोगों पर किराये पर ली वैन चढ़ा दी. आतंकी गुट तथाकथित इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसमें 13 लोगों की जान चली गयी है और करीब 100 लोग घायल हैं. जांचकर्ता इसे शहर में कई जगहों पर सिलसिलेवार हमले करने की योजना का हिस्सा मानते हैं.
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लंदन
4 जून, 2017 की रात लंदन के लिये भयानक रही. लंदन ब्रिज पर एक सफेद वैन ने कई लोगों को टक्कर मारी. ब्रिज पर लोगों को कुचलने के बाद यह वैन पास के बॉरो मार्केट में घुस गई. कार में सवार संदिग्ध बाहर निकले और लोगों पर चाकुओं से हमला किया. हालांकि पुलिस ने जल्द ही संदिग्धों को घेर लिया और गोलीबारी में मार गिराया.
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लंदन
लंदन स्थित ब्रिटिश संसद वेस्टमिंस्टर के पास एक हमलावर ने अपनी कार से फुटपाथ पर जा रहे लोगों को रौंद डाला. मार्च 2017 के इस हमले में एक पुलिसकर्मी समेत चार लोगों की जान चली गयी. हमलावर भी पुलिस की गोली से मारा गया.
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बर्लिन
जुलाई में फ्रांस के नीस में तो दिसंबर में बर्लिन के क्रिसमस मेले में गाड़ी मौत लेकर आई. ट्रक भीड़भाड़ वाले खुले बाजार में घुसा और लोगों को कुचलता हुआ 80 मीटर तक चला. घटना में 12 लोगों की जान गई और 48 लोग घायल हुए.
तस्वीर: Reuters/F. Bensch
नीस
फ्रांस के नीस शहर में सड़कों पर जुटे बास्टिल डे मनाते लोगों को एक ट्रक रौंदता हुआ निकल गया. करीब दो किलोमीटर तक अनगिनत लोगों को कुचलते निकले इस ट्रक की चपेट में आने से अब तक कम से कम 84 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है और बहुत सारे लोग घायल हैं.
तस्वीर: Reuters/E. Gaillard
इस्राएल और फलस्तीन
नीस में हमलावर की ये शैली दुनिया में कोई पहली बार नहीं आजमाई गई है. इस्राएल और फलस्तीन के कुछ इलाकों से कारों को लोगों के ऊपर चढ़ाने की कई घटनाएं सामने आई हैं. पिछली अक्टूबर से ही वहां ऐसे हमलों की चपेट में आने से 215 फलीस्तीनी, 34 इस्राएली, दो अमेरिकी, एक एरिट्रियाई और एक सूडानी नागरिक की मौत हुई.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Safadi
ब्रिटेन
हाल के सालों में पश्चिमी देशों को इसी किस्म के तीन बड़े हमले झेलने पड़े. दो ब्रिटेन में और एक अन्य हमला कनाडा में हुआ. मई 2013 में नाइजीरियाई मूल के दो इस्लामी कट्टरपंथियों ने अपनी कार को एक ब्रिटिश सैनिक ली रिग्बी पर चढ़ा दिया था. दिन दहाड़े उनका गला काटने की कोशिश भी की. उन्हें ब्रिटिश सेना के हाथों मुसलमानों के मारे जाने पर गुस्सा था.
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कनाडा
लंदन की घटना के करीब 18 महीने बाद कनाडा में भी एक इस्लामी कट्टरपंथी ने एक कनेडियन सैनिक पैट्रिक विंसेंट के ऊपर गाड़ी चढ़ा कर उसे मार डाला और एक अन्य को घायल किया. इसके बाद 25 साल के हमलावर मार्टिन रुले ने खुद पुलिस को फोन कर जिहाद के नाम पर यह हमला करने की बात कही. मार्टिन ने अपना धर्म बदल कर इस्लाम कुबूल किया था.
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स्कॉटलैंड
जून 2007 में दो आदमियों ने अपनी जलती हुई जीप को ले जाकर स्कॉटलैंड के ग्लासगो एयरपोर्ट की मुख्य टर्मिनल बिल्डिंग में घुसा दिया. इनमें से एक हमलावर को आजीवन कारावास की सजा मिली. मामले की सुनवाई कर रहे जज ने हमलावर को "धार्मिक कट्टरपंथी" माना.
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हत्या की प्रेरणा
कई सालों से इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा जैसे आतंकी संगठन कभी वीडियो बनाकर तो कभी सोशल मीडिया पर संदेश भेज कर नए समर्थकों और अनुयायियों से उनके हाथ में जो आए उसी से हमले करने की अपील करते रहे हैं. ऐसे ही संदेशों के कारण कई जगहों पर आम नागरिकों को निशाना बनाए जाने की घटनाएं बढ़ी हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP
'काफिर' के खिलाफ
सितंबर 2014 में आईएस के 'आक्रमण मंत्री' माने जाने वाले अबु मोहम्मद अल-अदानी ने ये संदेश जारी किया था: "अगर तुम कोई बम नहीं फोड़ सकते, गोली नहीं चला सकते, तो किसी फ्रेंच या अमेरिकन काफिर से अकेले में मिलो और फिर चाहे पत्थर से उसका सिर फोड़ो या चाकू से गला काटो, या कार के नीचे दबा दो."