पैसों की खान बुंडेसलीगा
१६ अगस्त २०१३खेल के लिहाज से अगर देखा जाए, तो यूरोपीय प्रतिद्वंद्वी इस साल जर्मन क्लबों का मुकाबला नहीं कर पाए. दुनिया का सबसे बड़ा फुटबॉल लीग मुकाबला समझे जाने वाले चैंपियंस लीग के इतिहास में पहली बार दो जर्मन टीमों के बीच फाइनल खेला गया. यानी यह बुंडेसलीगा का सबसे सफल साल रहा. खेल के अलावा बुंडेसलीगा यूरोप की दूसरे लीगों की तुलना में आर्थिक लिहाज से भी बहुत सफल है. साल 2011-12 में यूरोपीय फुटबॉल का कुल राजस्व 11 प्रतिशत बढ़ कर करीब 19.4 अरब यूरो के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गया है.
बुंडेसलीगा अपनी कुल कमाई यानी 1.9 अरब यूरो के साथ सिर्फ ब्रिटेन की प्रीमियर लीग (ईपीएल) से पीछे है. ईपीएल ने 2.9 अरब यूरो कमाए. तीसरे नंबर पर स्पेन (1.8 अरब यूरो), चौथे पर इटली की सेरेया आ (1.6 अरब यूरो) और चौथे नंबर पर फ्रांसीसी फुटबॉल लीग (1.1 अरब यूरो) है.
जर्मन फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा ने पिछले साल की तुलना में मुनाफा सात फीसदी बढ़ाया है. हालांकि इस बात का जिक्र भी जरूरी है कि इस दौरान ब्रितानी लीग ईपीएल का मुनाफा 16 फीसदी बढ़ा. ये आंकड़े कंस्टल्टिंग फर्म डीलोइट की रिपोर्ट में सामने आए हैं.
हालांकि आर्थिक क्षमता के लिहाज से बुंडेसलीगा अव्वल है. इसने 19 करोड़ यूरो का शुद्ध मुनाफा हासिल किया है, जो दूसरी यूरोपीय लीगों से बेहतर है. डीलोइट में स्पोर्ट्स बिजनेस ग्रुप के प्रमुख कार्स्टन होलाश का कहना है, "बुंडेसलीगा के मुनाफे का आधार यह है कि एक तरफ से राजस्व लगातार बढ़ रहा है लेकिन अगर आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखें, तो इसका खर्च दूसरों के मुकाबले बहुत कम है." वह कहते हैं कि जर्मनी के खिलाड़ियों को कम सैलरी मिलती है और यह भी इसकी एक वजह है.
जर्मनी में औसतन टीमों का खर्च अपने कुल राजस्व के 51 प्रतिशत के आस पास है. इस साल तो यह दो प्रतिशत और घट गया है. अगर दूसरे देशों को देखा जाए, तो स्पेन में 60 फीसदी, इंग्लैंड में 70, फ्रांस में 74 और इटली में 75 प्रतिशत है. यानी उन लीगों में टीमों को अपनी कमाई का बहुत बड़ा हिस्सा खर्च कर देना पड़ता है. होलाश ने डीडब्ल्यू को बताया कि इसके अलावा फैन्स ने इस साल अपनी पसंदीदा टीमों से जुड़ी ढेर सारी चीजें खरीदीं और उससे भी काफी कमाई हुई. उन्होंने बताया कि ऐसी चीजों की बिक्री इस साल 18 फीसदी बढ़ गई.
बुंडेसलीगा की एक और खूबी है, और वह है माहौल. यदि 25,000 दर्शक डॉर्टमुंड के साउथ ब्लॉक में एक बार उछलने लगते हैं तो फुटबॉल को समझने वाले फैन अपनी पीठ में झुरझुरी महसूस कर सकते हैं. डॉर्टमुंड के साउथ ब्लॉक में लोगों को खड़े रहना होता है और यह जर्मनी के स्टेडियमों में जबरदस्त उत्साह का प्रतीक है. इस बात से खास तौर पर ब्रिटेन के लोग काफी जलते हैं कि जर्मनी में इस तरह का माहौल है.
ब्रिटेन में स्टेडियमों में समस्या रहती है कि वहां ऐसा माहौल नहीं बन पाता. होलाश का कहना है, "बुंडेसलीगा में प्रति मैच औसतन 44,000 दर्शक आते हैं. यह सबसे ज्यादा है. यह इस साल पांच प्रतिशत और बढ़ गया है. हालांकि ऐसी ही बढ़ोतरी स्पेन में भी हुई है." होलाश का कहना है कि बाकी जगहों पर दर्शकों की संख्या कम हुई है.
सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दर्शक बुंडेसलीगा और उसके 18 क्लबों को ज्यादा पसंद करने लगे हैं. होलाश का कहना है, "यूरोपीय स्तर पर हमारी बड़ी टीमों की हाल की सफलता के कारण बुंडेसलीगा के ब्रांड की छवि बहुत मजबूत हुई है." इसके साथ विदेशों में मार्केटिंग की संभावना भी बढ़ी है. बुंडेसलीगा का खेल और आर्थिक भविष्य बहुत सुनहरा लगता है.
रिपोर्टः थोमास क्लाइन/एजेए
संपादनः महेश झा