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पोप की सुरक्षा पर उठे सवाल

२५ दिसम्बर २००९

वेटिकन में क्रिसमस समारोह के दौरान महिला के घेरा तोड़ने, और इस घटना में पोप के गिरने के बाद वैटिकन सिटी और पोप की सुरक्षा को लेकर फिर सवाल उठाए गए. हालांकि घटना के बाद पोप ने मध्यरात्री सभा का नेतृत्व किया.

तस्वीर: AP

सेंट पीटर्स डोम के अंदर जब पोप बेनेडिक्ट सोलहवें प्रार्थना शुरू करने के लिए पीटर्स बैसिलिका की ओर बढ़ रहे थे तो एक महिला घेरे को तोड़कर उनकी ओर बढ़ने की कोशिश की. वीडियो फुटेज़ में एक प्लास्टिक कुर्सी को उनकी ओर उड़ते हुए देखा गया है. पुलिस ने जब उस महिला को रोकने की कोशिश की तब उसने पोप की जैकेट को पकड़ लिया और इस दौरान पोप और वह महिला गिर गए.

इस घटना में फ्रांसिसी कार्डिनल रोजर एचगेरे की पैर की हड्डी टूट गई और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा. वैटिकन के प्रवक्ता फादर फ़ेडेरिको लोम्बार्दी ने महिला को मानसिक तौर पर अस्थिर बताते हुए बताया कि इसी महिला ने पिछले साल भी क्रिसमस समारोह के दौरान बैरिकेड से कूद कर पोप के पास आने की कोशिश की थी. प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि इस महिला को अस्पताल ले जाया गया.

एक दर्शक ने लिया फोटोः पोप के पास जा रही महिलातस्वीर: AP

सुरक्षा पर सवाल

गुरूवार रात हुई इस घटना से वैटिकन के सुरक्षाकर्मी हैरान हैं. साथ ही एक बार फिर यह सवाल उठा है कि अगर पोप लोगों से संपर्क बनाए रखना चाहते हैं तो इस तरह की घटनाओं और हमलों की आशंका कितनी बढ़ सकती है. इंग्लैंड और वेल्स में कैथोलिक चर्च के प्रमुख आर्चबिशप ऑफ़ वेस्टमिनस्टर विन्सेन्ट निकोलास के हवाले से रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने लिखा है कि यह आश्चर्यजनक है कि यह घटना सेंट पीटर्स कैथेड्रल में हुई क्योंकि पिछले कुछ साल में वहां सुरक्षा काफ़ी कड़ी की गई है. लेकिन अब ज़ाहिर है कि इस व्यवस्था पर नज़र डाल इसे सुधारने की ज़रूरत है.

तस्वीर: AP

हाल की घटनाएं

वैटिकन में सुरक्षा व्यवस्था पर हमले या इनके उल्लंघन के कम ही मामले सामने आए हैं. 2007 में सेंट पीटर्स स्क्वेयर में एक जर्मन नागरिक ने बैरिकेड्स को लांघ कर पोप की जीप पर आने की कोशिश की थी. पोप पर अब तक का सबसे गंभीर हमला 1981 में हुआ था जब एक तुर्की बंदूकधारी ने पोप जॉन पॉल पर गोलियां बरसाई थीं.

शुक्रवार को मुख्य समारोह

वैटिकन के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि पोप ने दो घंटे पहले क्रिसमस समारोह की प्रार्थना सभा की शुरुआत की हो. ऐसा इसलिए किया गया ताकि उन्हें शुक्रवार को स्थानीय समय के हिसाब से 11 बजे शुरु होने वाले समारोह के पहले आराम करने के लिए पर्याप्त समय मिले. आज वह दुनिया को 'उरबी एट ओरबी' यानी वेटिकन से विश्व की ओर संदेश देंगे.

गुरुवार को पीटर्सडोम में दस हज़ार धर्मावलंबियों को संबोधित करते हुए पोप ने बेथलेहेम में ईसा मसीह के जन्म की कहानी सुनाई और कैथोलिक संप्रदाय के लोगों से जटिलताओं और रोज़मर्रा के बोझ को त्याग कर प्रभु की राह पर चलने का आह्वान किया.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे

संपादनः एस गौड़

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