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प्याज पर प्रधानमंत्री का दखल

२२ दिसम्बर २०१०

प्याज की कीमत बेतहाशा बढ़ने के बाद भारत के प्रधानमंत्री को भी इस मामले में दखल देनी पड़ी. मनमोहन सिंह ने कहा कि दाम कम करने के लिए तमाम उपाय किए जाएंगे. पर कृषि मंत्रालय के मुताबिक दो तीन हफ्तों में कीमत नहीं सुधरेगी.

प्याज से प्यारतस्वीर: dok-leipzig.de

कृषि और उपभोक्ता मामलों के विभाग के सचिवों को प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से पत्र लिखा गया है. इसमें प्याज की कीमतों में बेतहाशा इजाफे पर चिंता जताई गई है.

भारत के कुछ शहरों में प्याज की कीमत 70-80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है, जबकि हाल के दिनों में यह इससे आधी कीमत पर मिल रही थी. अधिकारियों का कहना है कि जमाखोरी की वजह से प्याज के दाम बढ़े हैं.

प्रधानमंत्री कार्यालय के एक सूत्र ने कहा, "प्रधानमंत्री चाहते हैं कि अचानक बढ़ी कीमतों को तुरंत काबू में किया जाए. प्याज की कीमत ऐसे स्तर पर लाई जाए, जो आम आदमी की पहुंच में हो."

तस्वीर: fotolia/sonne07

सूत्रों का कहना है कि हर रोज इस मामले पर निगरानी रखी जाए. प्रधानमंत्री के पत्र में थोक और खुदरा कीमतों का भी जिक्र है.

भारत में गुजरात और महाराष्ट्र में प्याज की खेती बुरी तरह बर्बाद हुई है, जबकि कुछ जगहों पर जमाखोरी करने के आरोप लग रहे हैं. कृषि मंत्रालय का कहना है कि आने वाले दो तीन हफ्तों में प्याज की कीमत पर काबू पाना आसान नहीं है.

कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा, "प्याज की कीमत अगले दो तीन हफ्ते तक ऐसी ही रहेगी. उसके बाद ही स्थिति बेहतर हो सकती है."

रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल

संपादनः एस गौड़

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