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प्रतिस्पर्धा के खिलाफ टैक्सी रैली

११ जून २०१४

इंटरनेट ने पुराने कारोबार को हर कहीं उलट पुलट दिया है. अब उससे परंपरागत टैक्सी कारोबार भी परेशान है. उसे घाटे की आशंका है. यूरोप के शहरों में टैक्सी वाले नए इंटरनेट प्रतिद्वंद्वियों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

जर्मनी में टैक्सी का तय कारोबार है. शहर का एक या दो सेंट्रल टैक्सी नंबर होता है. सभी टैक्सी वाले उसके सदस्य होते हैं. ग्राहक फोन करता है, खबर सबसे करीब स्थित टैक्सी वाले को मिलती है और वह पांच से 10 मिनट के अंदर आपके घर की घंटी बजा देता है. ग्राहकों को जब चाहे तब फटाफट टैक्सी मिलती है और टैक्सी वालों को एक हद तक निश्चित कारोबार मिलता है ताकि महीने में समुचित कमाई हो सके.

लेकिन अब हालत बदल रही है. इंटरनेट टैक्सी उद्योग के लिए नई प्रतिस्पर्धा ला रहा है. सबसे पहले तो स्मार्टफोन पर माई टैक्सी जैसे ऐप आए जिनकी वजह से सेंट्रल टैक्सी नंबर का काम घटने लगा. उसके बाद उबर जैसी सर्विस बाजार में आई है जो ग्राहकों को लुभाने की कोशिश कर रही है.

निवेशक और निवेश कंपनियां इस कारोबार में बहुत फायदा देख रही हैं. सैन फ्रैंसिस्को की स्टार्ट अप कंपनी उबर ने पिछले हफ्ते शेयर बाजार में 1.2 अरब डॉलर इकट्ठा किया. उसका बाजार मूल्य 17 अरब डॉलर आंका जा रहा है.

उबर अपने कारोबारी मॉडल के साथ जर्मनी के टैक्सी उद्योग के नियमों से परे कारोबार करना चाहता है. वह कोई टैक्सी कंपनी नहीं है, उसके पास अपने टैक्सी नहीं. वह सिर्फ सर्विस प्रोवाइडर का काम करती है, जो स्वतंत्र टैक्सी ड्राइवरों को ग्राहक पाने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है. नियमों के पालन की जिम्मेदारी टैक्सी ड्राइवरों की होती है.

उबर और टैक्सी बर्लिनतस्वीर: picture-alliance/dpa

टैक्सी उद्योग की शिकायत है कि इस मॉडल से जर्मनी में सालों में विकसित हुए कड़े नियमों को खतरा है. मसलन जर्मनी में टैक्सी ड्राइवरों के लिए शहर के रास्तों की पूरी जानकारी, नियमित हेल्थ चेकअप, कैरेक्टर सर्टिफिकेट, तय रेट और सवारी को ले जाने की जिम्मेदारी जरूरी है.

टैक्सी उद्योग की शिकायत है कि इंटरनेट से नए प्रतिस्पर्धियों से उसका असमान मुकाबला है. इसके विपरीत उबर का दावा है कि वह भी ड्राइवरों की जांच करता है और सुरक्षा उसके लिए प्राथमिकता है. ब्रसेल्स में उस पर प्रतिबंध है, पेरिस में उस पर पाबंदियां हैं. पीक टाइम में या त्योहारों के मौकों पर उसकी फीस बढ़ जाती है क्योंकि मांग ज्यादा हो जाती है.

एक दूसरा ऐप वुंडरकार है जिस पर हैम्बर्ग शहर के अधिकारियों ने पिछले हफ्ते रोक लगा दी है. वह बिना कोई चार्ज लिए किसी ड्राइवर के साथ सफर करने की संभावना देता है. सवारी करने वाला ड्राइवर को बैंक ट्रांसफर के जरिए टिप दे सकता है. इसका एक हिस्सा वुंडरकार लेता है. अमेरिका में लिफ्ट या साइडकार जैसी कंपनियां प्राइवेट ड्राइवरों के लिए ग्राहकों का इंतजाम करती हैं.

एमजे/एजेए (डीपीए)

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