प्रेमी प्रेमिका की जासूसी बंद
३१ अक्टूबर २०१०![](https://static.dw.com/image/5964431_800.webp)
दैनिक इंडेपेंडेंट के अनुसार गूगल का कहना है कि एसएमएस सिक्रेट रेप्लिकेटर नामक यह एप्लिकेशन उसके नियमों के विरुद्ध है. मोबाइल फोन पर इंस्टॉल किए जाने के बाद यह एप्लिकेशन अपने आप आने वाले टेक्स्ट मैसेजे की कार्बन कॉपी तैयार करता है और उसे चुने हुए टेलिफोन नंबर पर भेज देता है. इससे यह शक पैदा हुआ कि इसका इस्तेमाल ईर्ष्यालु प्रेमी या दफ्तर में साथ काम करने वाले चोरी छुपे जासूसी के लिए कर सकते हैं.
इस एप्लिकेशन के आने से शंकालु प्रेमियों को पासवर्ड के जरिए सुरक्षित एप्लिकेशन अपने पार्टनर के फोन पर इंस्टॉल करने का प्रोत्साहन मिलता है ताकि वे उस पर आने वाले संदेशों को अपने फोन पर भेज कर उसके बारे में जानकारी हासिल कर सकें.
एप्लिकेशन का विकास करने वाले डीएलपी मोबाइल का कहना है कि यह एप्लिकेशन इस मामले में अनूठा है कि उसका कोई आइकन नहीं होता और एक बार इंस्टॉल किए जाने के बाद वह अपने को उजागर किए जाने संदेशों की मॉनीटरिंग करता रहता है.
डीएलपी ने इस एप्लिकेशन को अत्यंत क्रूर बताते हुए चेतावनी दी कि यह दुधारी तलवार है. गूगल ने इस एप्लिकेशन पर रोक लगाकर अब डाह करने वाले प्रेमियों की राहें मुश्किल कर दी हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एम गोपालकृष्णन