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फर्जी दस्तावेजः एक और पायलट गिरफ्तार

१४ मार्च २०११

भारत की निजी एयरलाइंस ही फर्जी पायलटों से नहीं चल रही हैं. एयर इंडिया में भी ऐसे पायलट हो सकते हैं. रविवार को एयर इंडिया के एक पायलट को फर्जी मार्कशीट के आधार पर लाइसेंस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.

तस्वीर: picture alliance/dpa

पायलट जेके वर्मा को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया. उनके खिलाफ डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने शिकायत दर्ज कराई थी. दिल्ली में चार दिन के भीतर इस तरह की दो गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. दोनों आरोपियों ने फर्जी मार्कशीट के आधार पर पायलट का लाइसेंस पाने के लिए परीक्षा दी.

उम्र के 40वें दशक में पहुंच चुके कैप्टन वर्मा से पुलिस ने शनिवार को पूछताछ की थी. बाद में उन्हें धोखाधड़ी और फ्रॉड के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक डीजीसीए ने दो और पायलटों के नाम दिए हैं. अब निजी एयरलाइंस इंडिगो के मीनाक्षी सहगल और एमडीएलआर एयरलाइंस के स्वर्ण सिंह तलवार के खिलाफ जांच हो रही है. ये दोनों पायलट फरार बताए जाते हैं.

कैसे फंसे पायलट

दिल्ली पुलिस ने 8 मार्च को इंडिगो एयरलाइंस की पायलट परमिंदर कौर गुलाटी को गिरफ्तार किया था. 38 साल की गुलाटी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एयरलाइंस ट्रांसपोर्ट पायलट लाइसेंस हासिल किया.

11 जनवरी को इंडिगो एयरलाइंस के एक विमान ने गोवा में हार्ड लैंडिंग की थी. इस विमान को परमिंदर कौर गुलाटी उडा़ रही थीं. घटना के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया. बाद में जांच हुई तो पता चला कि गुलाटी ने जो परीक्षा पास नहीं की थी उसके फर्जी दस्तावेज पेश किए थे.

गुलाटी की गिरफ्तारी के बाद डीजीसीए तीन से चार हजार पायलटों के दस्तावेजों की जांच कर रहा है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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