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फर्राटा के लिए कमर कसते ड्राइवर

९ मार्च २०१२

जर्मनी के सेबास्टियन फेटल को अगर बेहतरीन फॉर्मूला वन ड्राइवरों में शुमार होना है, तो इस बार भी जीत दर्ज करनी होगी. काम मुश्किल है, असंभव नहीं और फॉर्मूला वन का सीजन अगले हफ्ते शुरू होने वाला है.

German Formula One driver Sebastian Vettel of Red Bull celebrates after winning the world championship at the Suzuka Circuit in Suzuka, Japan, 09 October 2011. Photo: Jan Woitas dpa
फेटल तीसरी बार ट्रोफी जीतना चाहते हैं.तस्वीर: picture-alliance/dpa

अगले हफ्ते से रेस ट्रैक पर फर्राटा कारों की रफ्तार शुरू हो जाएगी और किमी राइकोनन की वापसी के साथ ही ट्रैक पर एक साथ छह वर्ल्ड चैंपियन नजर आएंगे. पहली रेस ऑस्ट्रेलिया में होगी और यह पहला साल होगा, जब कुल 20 रेसें होंगी. पिछले साल अशांति की वजह से बहरीन ग्रां प्री नहीं हो पाया था, इस बार वहां भी कारें दौड़ेंगी. टेक्सस के ऑस्टिन शहर में पहली बार फॉर्मूला वन रेस होने वाली है.

24 साल के फेटल ने पिछले साल 19 में से 11 रेस जीती और रेड बुल के लिए बड़ी आसानी से ट्रॉफी जीत ली. लेकिन इस साल शायद यह सब इतना आसान न रहे. इस बार फरारी अपनी सारी शक्ति झोंकने की कोशिश करेगा, जबकि मैकलारेन और मर्सिडीज भी नई ताकत के साथ ट्रैक पर उतरने की कोशिश करेगा. फेटेल के अलावा मिषाएल शूमाकर, जेनसन बटन, फर्नांडो ओलोन्जो और लुइस हैमिलटन भी ट्रैक पर होंगे.

मर्सिडीज टीम के मुखिया रॉस ब्राउन का कहना है, "मुझे लगता है कि हाल के सालों का यह सबसे मुश्किल सीजन होगा. फॉर्मूला वन के लिए यह अच्छा है कि इतने सारे चैंपियन ट्रैक पर होंगे."

तस्वीर: dapd

शूमाकर के अलावा सिर्फ अर्जेंटीना के फानगियो ही तीन से ज्यादा बार लगातार चैंपियनशिप जीत चुके हैं. शूमाकर ने 2000 से 2004 तक और फानगियो ने 1954 से 1957 तक लगातार खिताब जीते हैं. शूमाकर के नाम फॉर्मूला वन में सबसे ज्यादा सात खिताब हैं.

फेटल की रेड बुल टीम के क्रिस्टियान होर्नर का कहना है, "सेब के लिए अविश्वसनीय साल रहा और बाद में भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया. लेकिन इस बार उसके सामने कुछ बड़े सितारे होंगे." हालांकि फेटल के साथी मार्क वेबर ने भी पिछले साल अच्छी ड्राइविंग की लेकिन बाद में उन्हें पिछड़ना पड़ा.

भारतियों की उम्मीदें

जहां तक भारत का सवाल है, मंदी से जूझ रही किंगफिशर की टीम फोर्स इंडिया ट्रैक पर जरूर दिखेगी. हालांकि अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि इसका प्रदर्शन कैसा होगा. नारायण कार्तिकेयन के तौर पर भारत का ड्राइवर भी ट्रैक पर लौटने वाला है. और इस साल लगातार दूसरी बार भारतीय राजधानी नई दिल्ली के पास नोएडा में फॉर्मूला वन रेस होगी. फर्राटा रेस के जानकार इस ट्रैक को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ट्रैक में गिनते हैं.

तस्वीर: AP

रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल

संपादनः आभा एम

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