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फलीस्तीन का नंबर एक फैनः डिएगो मैराडोना

६ मार्च २०१२

अर्जेंटीना के फुटबॉलर और फुटबॉल के बादशाह रहे डिएगो मैराडोना दुबई में हैं और इस जीवन का वह आनंद उठा रहे हैं. वह कहते हैं, हम शानदार महसूस कर रहे हैं.

अर्जेंटीना से यूएई पहुंचे मैराडोनातस्वीर: AP

मैराडोना दुबई के अल वस्ल क्लब के खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. क्लब का मैदान उनके आलीशान होटल से सिर्फ 25 मिनट की दूरी पर हैं. जुमेरिया पाम नाम के कृत्रिम द्वीप पर जुमेरिया जबील सराय होटल में मैराडोना शाही निवास में रहते हैं.

होटल की छत पर खूबसूरत झूमर वाली लाइटें हैं. एनेक्सेस होटल शाही निवास के नाम से जानी जाती है. इस होटल में कई विला हैं और इसका एक दिन का किराया 1300 डॉलर यानी लगभग 65,000 रुपये है.

मैराडोना और उनका परिवार इनमें से एक विला में रहता है और आस पास सुंदर नीला समुद्र है. क्षितिज पर दुबई की मरीना की स्काई लाइन देखी जा सकती है. यह दुबई के अरबपतियों का नया ठिकाना है जो दूर से न्यू यॉर्क के मैनहटन जैसा दिखता है.

खूबसूरत नजारा

समुद्र के दूसरी ओर बुर्ज अल अरब है, जहाज के पाल के आकार की इस इमारत में दुनिया के सबसे महंगे होटल हैं. आसमान को छूती सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा है.

अल वस्ल के छोटे स्टेडियम में जाते समय मैराडोना को ये सारा आर्किटेक्चर दिखाई देता है. जो संयुक्त अरब अमीरात की रईसी दिखाता है और यह भी कि प्रति व्यक्ति जीडीपी में सबसे आगे.

मैराडोना के दुबई पहुंचने की हलचल अब ठंडी पड़ गई है. मई में उनके दुबई पहुंचने और स्थानीय क्लब को ट्रेनिंग देने के बारे में खबरें जितनी तेजी से चढ़ी थीं उतनी ही तेजी से ठंडी भी हो गई. हालांकि कोच मैराडोना मानते हैं कि अमीरात में फुटबॉल के लिए बहुत प्यार है, "सबसे बड़ी बात है कि फुटबॉल के लिए प्यार है. यह खुशी की बात है कि इस देश में भी लोग फुटबॉल देखते हैं."

कम हैं दर्शक

हालांकि अल वस्ल के खुद के स्टेडियम से कुछ 150 किलोमीटर दूर बानियास में जहां अल जजीरा को अल वस्ल ने 4-3 से हराया, उस स्टेडियम में बहुत कम लोग दिखाई दिए. मैच के बाद के संवाददाता सम्मेलन में कुल नौ रिपोर्टर थे. दो दिन पहले ही अल अह्ली के कोच क्वीक सांचेज फ्लोरेस को सुनने वाले चार लोग भी नहीं थे. डीपीए से बात करते हुए उन्होंने कहा, "अरब दुनिया के लिए मैराडोना विश्व का प्रतिनिधित्व है. यह पेले, क्रुइफ, डी स्टेफानो के होने जैसा है. वो जो भी कहते हैं और जैसा भी कहते हैं, वह हमेशा लोगों का ध्यान खींचेगा."

मैराडोना का संयुक्त अरब अमीरात में होना एक रईसी है, मैच में और बाद में भी. उनकी अपनी अदाएं हैं जो लोगों का ध्यान खींचती है. उनके आकर्षण में उनके नाती और मैनचेस्टर के स्टार स्ट्राइकर सेर्गियो ऑगेरो का जादू भी शामिल है जो अकसर उनकी प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद होते हैं.

फलीस्तीन के फैन

मैराडोना मध्यपूर्व से भी प्यार करते हैं. वह कहते हैं, "फलीस्तीन जाना मेरे लिए ऐसा है जैसे बेंजामिन ने खुद मुझे एक किस किया हो. फलीस्तीनी लोगों को मदद की जरूरत है और मैं उनकी मदद के लिए हाजिर हूं. मैं फलीस्तीन का नंबर वन फैन हूं."

मैराडोना के संयुक्त अरब अमीरात में आने के बाद उन्होंने किसी और बड़े नाम को यहां नहीं बुलाया. इतालवी फाबियो कानावारो के बाद अमीरात में में कोई नहीं आया. यहां भी भारत की तरह बच्चे कार पार्किंग में आधी रात को फुटबॉल खेलना पसंद करते हैं.

"मैं नहीं जानता कि हम परफेक्ट हैं या नहीं लेकिन हम दूसरी टीम के गोल पोस्ट पर नजर रखते हैं और अच्छा फुटबॉल खेलते हुए वहां पहुंचने की भी कोशिश करते हैं. मैच में सात गोल हुए. इन्हें देखना अच्छा था."

कोच के लिए निश्चित ही यह अच्छा होगा. लेकिन कमजोर डिफेंस वाली दोनों टीमों को देखने के लिए पहुंचने वाले दर्शकों की संख्या सिर्फ 317 थी.

रिपोर्टः डीपीए/आभा एम

संपादनः ए जमाल

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