1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

फार्मा कंपनियों के केमिकल से 23 लाख मछलियां मरीं

शोभा शमी
६ अक्टूबर २०१७

हैदराबाद के इंडस्ट्रियल इलाके में फार्मा कंपनियों के तालाब में केमिकल डालने के कारण करीब 23 लाख मछलियों की मौत हो गयी है.

Fish for penguins / "Spreewelten" / Germany
तस्वीर: Jennifer Collins

भारत में हैदराबाद के संगारेड्डी जिले के पतनचेरू के पास एक झील में फार्मा कंपनियों के केमिकल छोड़े जाने से करीब 23 लाख मछलियां मारी गयी हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार पुलिस ने फार्मा कंपनियां माइलन, हितेरो फार्मा, ऑरबिंदो, एसएमएस फार्मा, श्रीराम और वैंटेक के खिलाफ धारा 277 और 278 के तहत एफआईआर दर्ज की है.

दरअसल काजीपल्ली इंडस्ट्रियल इलाके में करीब 30 प्रमुख फार्मा कंपनियां हैं. इन कंपनियों के केमिकल अपशिष्ट को सीधे झील में छोड़ दिया गया था. 266 एकड़ में फैले इस तालाब की 70 से 80 प्रतिशत मछलियां केमिकल की वजह से मारी गयी हैं.

जलवायु परिवर्तन और लगातार बढ़ते प्रदूषण की वजह से बड़ी संख्या में मछलियों के बारे जाने की घटनायें बार-बार सामने आती हैं. पिछले साल तमिलनामडु के तट पर दर्जनों मरी हुई व्हेल मिली थीं. उसी दौरान भारत से हजारों किलोमीटर दूर जर्मनी और हॉलैंड के तटों पर भी 12 व्हेल मछलियां मृत पाई गईं थीं.

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें