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फीका पड़ सकता है ताज

४ मार्च २०१५

वायु प्रदूषण के मामले आगरा दुनिया में 19वें नंबर पर है. अब एक शोध में पता चला है कि वायु प्रदूषण की वजह से ताजमहल का रंग फीका पड़ सकता हूं. सरकार ने भी इसकी पुष्टि की है.

तस्वीर: Fotolia/Tepfenhart

17वीं शताब्दी में बने ताजमहल पर बढ़ते वायु प्रदूषण का असर दिख रहा है. मंगलवार को पर्यावरण व वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लोक सभा को यह जानकारी दी. जावड़ेकर के मुताबिक वैज्ञानिक शोध में यह पता चला है कि ताजमहल की बाहरी परत पर बड़ी संख्या में प्रकाश को सोखने वाले कण चिपक चुके हैं. यह कण सफेद संगमरमर का रंग उड़ा सकते हैं.

शोध पत्र एनवायरमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी पत्रिका में छपा है. एक सवाल के जवाब में जावड़ेकर ने शोध पत्र का हवाला देते हुए बताया, "यह कहा गया है कि वातावरण में मौजूद कणों में बड़ी संख्या में प्रकाश सोखने वाले कण हैं जो ताजमहल का रंग उड़ा सकते हैं." जावड़ेकर ने दावा किया कि सरकार इसे रोकने के लिए कई कदम उठा रही है.

बड़ी मुसीबत की शुुरुआत है प्रदूषणतस्वीर: DIBYANGSHU SARKAR/AFP/Getty Images

हांफता भारत

भारत के कई महानगरों में वायु प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित 20 शहरों की सूची जारी की. इसमें 13 भारतीय शहर हैं. दुनिया में सबसे ज्यादा खराब हवा दिल्ली की है. सूची में पटना, ग्वालियर, रायपुर, अहमदाबाद, लखनऊ, फिरोजाबाद, कानपुर, अमृतसर, लुधियाना, इलाहाबाद, आगरा और खन्ना का नाम भी हैं.

इस रिपोर्ट के बाद यूरोपीय संघ ने तो अपने अधिकारियों से दिल्ली में अपने दफ्तरों और घरों में वायु शोधक लगाने को भी कह दिया है.

ओएसजे/आरआर (पीटीआई, डबल्यूएचओ)

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