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फेटल को रेडबुल के साथ और ऊंचाइयां छूने की तमन्ना

२२ अक्टूबर २०११

रेडबुल की कार पर सवार होकर फॉर्मूला वन के डबल चैम्पियन सेबास्टियान फेटल कुछ और ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं. तेजी से उभरा रेडबुल भी हासिल हुई जीतों को बहुत बड़ा नहीं मानता और कहता है मंजिलें अभी और भी हैं.

तस्वीर: dapd

बुधवार को लंदन में रेडबुल की फैक्ट्री में जीत का जश्न मनाने खुद सेबास्टियान फेटल भी मौजूद थे. फैक्ट्री के कर्मचारियों और रेडबुल की टीम के बॉस क्रिस्टियान होर्नर ने यहां फेटल का स्वागत किया. इस दौरान फेटल ने क्रिस्टियान की इस बात का समर्थन किया कि अब तक हासिल हुई ऊंचाइयां बहुत ज्यादा नहीं हैं और रेडबुल और फेटल को अभी और बहुत आगे जाना है.

अभी तो दिल्ली दूर है

फेटल ने इस मौके पर कहा, "मेरे ख्याल से यह साल बेहद सफल रहा है और जो हमने हासिल किया वह अतुलनीय है. हालांकि अभी साल खत्म नहीं हुआ है और अभी कई रेस बाकी हैं. ऐसे में हमारे पास खुद को साबित करने के कुछ और मौके भी हैं. पिछले तीन साल में हमने साथ रह कर जो हासिल किया वह बहुत है और आज जहां मैं हूं उससे बहुत खुश हूं."

तस्वीर: DW

24 साल के फेटल जापान ग्रां प्री में तीसरे नंबर पर रहने के बाद इस साल के फॉर्मूला वन चैम्पियन बन गए. वह दुनिया के सिर्फ नौंवे ऐसे ड्राइवर हैं जिन्होंने लगातार दूसरे साल चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया है. इसके बाद कोरियाई ग्रां प्री में फेटल टॉप पर रहे और अब भारतीय ग्रां प्री की बारी है जो अगले सप्ताह ग्रेटर नोएडा में होनी है.

फेटल इस कामयाबी का श्रेय पूरी टीम को देते हैं. फेटल ने कहा, "हमने अपने खेल को सभी स्तरों पर ऊपर उठाया है, पूरी टीम अब ज्यादा पेशेवर और समर्पित हो गई है. हर कोई दूसरे से हाथ मिलाकर सफलता के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है." सीजन की 10 रेस जीत चुके फेटल मानते हैं कि अभी उनके प्रदर्शन में सुधार की बहुत गुंजाइश है. साथ ही वह कहते हैं, "यह हमेशा एक मुश्किल सवाल होता है कि सुधार कहां किया जाए. मेरे ख्याल से 24 साल का होने की वजह से अभी बहुत कुछ ऐसा है जिसे समझना है. इसमें कुछ कार के भीतर और कुछ कार के बाहर का है. आपको हमेशा कुछ न कुछ सीखना होता है और छोटी छोटी बातें बहुत फर्क ला सकती हैं."

खेल से प्यार है

फेटल मानते हैं कि आंकड़ों से कुछ नहीं होता और वह आंकड़ों के लिए रेस में शामिल नहीं होते. वह कहते हैं, "समय समय पर मुझे अपना नाम कुछ जगहों पर देखना अच्छा लगता है लेकिन मैं अपना लक्ष्य इस तरह तय नहीं करता कि मुझे कितनी रेसें जीतनी हैं. मैं आकड़ों के लिए रेस में नहीं जाता. मुझे यह खेल बहुत पसंद है और मैं फॉर्मूला वन से प्यार करता हूं."

तस्वीर: AP

इस साल के फॉर्मूला वन का सीजन अब पूरा होने को है लेकिन जबर्दस्त सफलता हासिल करने वाली रेडबुल और उसके ड्राइवर फेटल की सफलता की भूख अभी खत्म नहीं हुआ है. रेडबुल टीम के प्रमुख क्रिस्टियान होर्नर ने इस हफ्ते कहा, "अभी तो आप लोगों ने कुछ नहीं देखा." फॉर्मूला वन के ट्रैक पर सारे दिग्गजों को धराशायी करने वाली टीम होर्नर ने ही खड़ी की है. होर्नर ने कहा, "हम इस साल को ऊंचाई पर रह कर पूरा होते देखना चाहते हैं, मार्क वेबर को मुकाबले में दूसरे नंबर का विजेता बनते देखना चाहते हैं और साथ ही उसे रेस जीतते देखना चाहते हैं. इसके लिए हम आखिरी रेसों को फाइनल की तरह खेलना चाहते हैं."

लंबे समय तक केवल 'ड्रिंक कंपनी' के रूप में जानी जाती रही रेडबुल के अंदर जीतने की जबर्दस्त भूख है. ठीक वैसी ही जैसी 15-16 साल पहले बेनेटन ने अपने ऊपर लगे शर्ट बिजनस के लेबल को अपनी कामयाबियों से धो दिया था. बेनेटन के लिए जैसे 95-96 का साल रहा था वैसा ही रेड बुल के लिए 2010 और 2011 रहा. इन दोनों कंपनियो का कारों और इंजीनियरिंग से कोई लेना देना नहीं. बावजूद इसके, इन्होंने रेस सर्किट में उतरने का जोखिम उठाया. लंबे समय तक आलोचनाओं और खिल्लियों की आंधी सही और फिर जर्मन ड्राइवरों के दम पर कामयाबी की मिसाल बने. बेनेटन के बुरे दिन तब शुरू हो गए जब मिषाएल शूमाखर रॉस ब्राउन जैसे तकनीकी जानकारों के साथ उसका साथ छोड़ गए. इसके उलट रेडबुल की टीम हमेशा एक साथ रही है और यही जज्बा उनके लिए जीत की इबारतें लिख रहा है.

रिपोर्टः डीपीए, एएफपी/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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