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फेटल जापान में चूके, पर वर्ल्ड चैंपियन बने

९ अक्टूबर २०११

रफ्तार के राजा सेबास्टियान फेटल फॉर्मूला वन में अपनी बादशाहत लगातार दूसरे साल बनाए रखने में कामयाब हुए हैं. सूजूका की ट्रैक पर चूके लेकिन जरूरी अंक हासिल कर बने सिरमौर. जापानी ग्रां प्री पर लहराया जेन्सन बटन का परचम.

तस्वीर: dapd

फॉर्मूला वन के इस सीजन में अभी चार रेस के बाकी रहते ही फेटल ने चैम्पियनशिप पर कब्जा कर लिया है. 24 साल के जर्मन ड्राइवर सेबास्टियान लगातार दूसरी बार फॉर्मूला वन के चैम्पियन बने हैं और ऐसा करने वाले वह सबसे कम उम्र के ड्राइवर हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड फर्नोन्डो अलोंसो के नाम था जिनकी डबल चैम्पियन बनते वक्त उम्र 25 साल थी. जापान ग्रां प्री में पोल पोजीशन से रेस शुरू करने के बावजूद वह यहां पहले नंबर पर तो नहीं आ सके लेकिन पोडियम पर जगह बनाने में कामयाब हुए. तीसरे नंबर पर ही सही. फेरारी के फर्नांडो अलोंसो दूसरे नंबर पर रहे.

जेन्सन बटनतस्वीर: dapd

फेटल को इस रेस से बस एक अंक की जरूरत थी और इसके लिए वह टॉप टेन में कहीं भी रहते, उनका काम बन जाता. लेकिन उनकी कोशिश थी कि वह यह रेस भी जीतें. तीसरे नंबर पर रह कर उन्होंने इस रेस से 15 अंक हासिल किए. इस जीत के साथ ही फेटल के 324 अंक हो गए हैं. बटन की इस जीत ने उनके लिए सीजन में दूसरे नंबर पर रहने की उम्मीद बनाए रखी है. उनके 210 अंक हैं. फर्नांडो अलोंसो 202 अंकों के साथ तीसरे और रेडबुल के मार्क वेबर 194 अंकों के साथ चौथे नंबर पर हैं.

जापान ग्रां प्री जीतने वाले जेन्सन बटन 2009 के फॉर्मूला वन चैम्पियन हैं. सूजूका की ट्रैक पर 21वें लैप में वह फेटल से आगे निकले और फिर आगे ही रहे. यह उनके इस सीजन की तीसरी और करियर की 12वीं जीत है. मैक्लॉरेन के बटन ने फेरारी के फर्नांडो अलोंसो से 1.1 सेकेंड आगे रह कर यह जीत हासिल की. अलोंसो के पीछे फेटल रहे. ऑस्ट्रेलिया के मार्क वेबर चौथे नंबर पर रहे.

तस्वीर: dapd

पिछले साल फेटल पहली बार वर्ल्ड चैम्पियन बने थे. तब उनकी उम्र 23 साल 135 दिन थी और तब वह सबसे कम उम्र के फॉर्मूला वन चैम्पियन बने थे. उनसे पहले जर्मनी के ही मिषाएल शूमाखर सबसे कम उम्र के फॉर्मूला वन चैम्पियन थे. फेटल ने पूरे सीजन में अपना दबदबा बनाये रखा. फेटल दुनिया के नौंवे ड्राइवर हैं जिन्होंने फॉर्मूला वन में लगातार दूसरी बार चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया है.

ब्रिटिश ड्राइवर डेविड कॉल्टहार्ड के रिटायर होने के बाद 2009 में फेटल रेड बुल की टीम से जुड़े. 2009 में उन्होंने चार रेस जीतीं और रेड बुल के लिए चीन ग्रां प्री में पहली जीत हासिल की. टीम को पहली पोल पोजिशन भी फेटल ने ही दिलाया. उस साल फेटल रनर अप रहे और जेन्सन बटन चैम्पियन. 2010 में फेटल ने 10 बार पोल पोजिशन हासिल की और पांच रेस जीते. इस साल अभी चार रेस बाकी हैं और फेटल ने 12 पोल पोजिशन हासिल की हैं और 9 रेस जीती हैं.

रिपोर्टः एपी, एफपी, रॉयटर्स/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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