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फेडरर और मरे पर बिफरा टेनिस महासंघ

२० नवम्बर २०१२

अंतरराष्ट्रीय टेनिस फेडरेशन के अध्यक्ष फ्रांसेस्को रिक्की बिट्टी ने एंटी डोपिंग प्रोग्राम पर शंका जाहिर करने के लिए रोजर फेडरर और एंडी मरे की आलोचना की है. टेनिस महासंघ अगले साल ज्यादा टेस्ट कराने पर विचार कर रहे हैं.

तस्वीर: dapd

रिक्की बिट्टी ने समाचार एजेंसी डीपीए से बातचीत में कहा, "आप खिलाड़ियों को जानते हैं, वो बात करना चाहते हैं. कुछ साल पहले यही खिलाड़ी टेस्ट करने पर शिकायत कर रहे थे." फेडरर और मर्रे ने टेनिस में एंटी डोपिंग कार्यक्रम पर शंका जताई थी. खासतौर से लांस आर्मस्ट्रांग का मामला सामने आने के बाद जिससे कि साइक्लिंग समेत पूरे खेल की दुनिया हिली हुई है. फेडरर ने इसी महीने की शुरूआत में लंदन में कहा, "मुझे लगता है कि छह सात साल पहले की तुलना में अब मुझे कम जांचा जाता है. मैं एंडी की इस बात से सहमत हूं कि साल भर में हमारे खून की ज्यादा जांच नहीं होती."

तस्वीर: Reuters

रिक्की बिट्टी इटली के खेल जगत में बड़ा नाम रह चुके हैं और वह वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी की कार्यकारी समिति के सदस्य भी हैं. प्राग में डेविस कप के फाइनल मैच के दौरान रिक्की ने कहा कि फेडरर ने जो कहा वह उनके लिए सच हो सकता है क्योंकि टेस्ट का फैसला ड्रॉ के जरिए होता है. रिक्की का कहना है, "हालांकि मुझे नहीं लगता कि वो सही हैं, इसके बावजूद वो यह कह कर हमारी मदद कर रहे है क्योंकि इससे हम उस दिशा में बढ़ते हैं जिधर हमें जाना है. लेकिन यह थोड़ा हैरान करने वाला है वो अपना मन इतनी जल्दी इतना ज्यादा बदल लेते हैं."

आईटीएफ अध्यक्ष ने माना कि फेडरेशन डोपिंग टेस्ट की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रहा है और साथ ही बायोलॉजिकल पासपोर्ट कार्यक्रम लागू किया जा रहा है. रिक्की बिट्टी ने कहा, "पिछले कुछ हफ्तों से हम ऐसा कार्यक्रम तैयार करने में जुटे हैं जो जिसमें ज्यादा टेस्ट हों खास तौर से मुकाबलों से अलग हट के. " फेडरेशन इस मामले में अपने सहयोगी संस्थाओं ग्रैंड स्लैम, एटीपी और डब्ल्यूटीए से बातचीत कर रहा है. रिक्की बिट्टी के मुताबिक इसके लिए खेल संघों के बीच सहमति की जरूरत है क्योंकि कार्यक्रम बढ़ाने का मतलब है ढेर सारे पैसे की जरूरत.

आईटीएफ के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2011 में टेनिस में 2150 टेस्ट किए गए जिनमें केवल 131 टेस्ट खून के थे. इनमें से केवल 21 मुकाबले से बाहर के थे. रिक्की बिट्टी मानते हैं कि टेनिस का एंटीडोपिंग कार्यक्रम बहुत अच्छा है हालांकि वह आलोचनाओं को भी स्वीकार करते हैं. रिक्की बिट्टी ने माना कि संख्या के लिहाज से फेडरेशन का कार्यक्रम थोड़ा कमजोर पड़ा है. उन्होंने यह भी माना कि कुछ बदलाव अच्छे रहेंगे लेकिन उनसे सारी समस्याएं नहीं सुलझ जाएंगी.

एनआर/एजेए (डीपीए)

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