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फेडरर से तुलना नादानीः नडाल

१४ सितम्बर २०१०

यूएस ओपन खिताब जीत रफाएल नडाल भले ही सातवें आसमान पर पहुंच गए हों लेकिन उन्हें पता है कि पांव जमीन पर ही टिकाने होंगे. पूरी दुनिया उन्हें सबसे महान टेनिस खिलाड़ी बनाने में लगी है, नडाल खुद को फेडरर से कमजोर मान रहे हैं.

आसमान पर नडाल, पैर जमीन परतस्वीर: AP

जब बार बार उनकी फेडरर से तुलना की गई, तो नडाल ने कहा, "मुझे लगता है कि यह कहना कि मैं फेडरर से अच्छा या खराब हूं, बहुत बड़ी बेवकूफी होगी. खिताब कहते हैं कि वह मुझसे बहुत ज्यादा अच्छे हैं. अभी के लिए यही बात सत्य है और शायद मेरी पूरी जिन्दगी के लिए यही बात सत्य रहे."

स्विट्जरलैंड के 29 साल के रोजर फेडरर के पास रिकॉर्ड 16 ग्रैंड स्लैम खिताब है और उन्हें टेनिस जगत का सर्वकालिक महान खिलाड़ी माना जाता है. पर स्पेन के रफाएल नडाल ने सिर्फ 24 साल की उम्र में नौ ग्रैंड स्लैम जीत लिए हैं और इस दौरान उन्होंने करियर ग्रैंड स्लैम यानी चारों ग्रैंड स्लैम भी अपने नाम कर लिए हैं. इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी कामयाबी के बाद चर्चा इस बात की भी जोर पकड़ने लगी है कि क्या नडाल फेडरर से बेहतर टेनिस खिलाड़ी साबित होंगे.

स्पेन की मिट्टी वाले कोर्ट से करियर की शुरुआत करने वाले नडाल ने किशोरावस्था में ही साबित कर दिया कि वे एक बड़े खिलाड़ी बन सकते हैं. छोटे से करियर में पांच फ्रेंच ओपन, दो विम्बलडन, एक ऑस्ट्रेलियाई ओपन और अब पहला यूएस ओपन जीत कर उन्होंने बहुत कुछ और साबित कर दिया है.

तस्वीर: AP

बाएं हाथ के ऊर्जावान खिलाड़ी ने पिछले छह सात साल में टेनिस जगत में जबरदस्त कामयाबी पाई है और इस वक्त वह दुनिया के पहले नंबर के खिलाड़ी हैं. पिछले दो साल में उन्होंने अपनी सर्विस बेहतर की है, वॉली पर ध्यान दिया है और फिटनेस भी ठीक कर ली है. वे लगतार छह ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुंचे हैं, जिसमें से उन्हें पांच में खिताबी जीत हासिल हुई है.

यूएस ओपन जीतने के बाद नडाल बेहद खुश दिखे. उन्होंने कहा, "यह एक अद्बुत अहसास है. मैंने यूएस ओपन में अपना सर्वश्रेष्ठ मैच खेला और यह मेरे लिए बहुत अच्छा मौका है. मैं निश्चित तौर पर बेहद बेहद खुश हूं." उन्होंने कहा है कि यूएस ओपन के अनुसार खुद को ढालना उनके लिए बेहद बड़ी चुनौती रही. यहां की परिस्थितियां बिलकुल अलग हैं, ग्राउंड अलग है.

पिछले साल नडाल घुटने की चोट से बुरी तरह परेशान थे. इसकी वजह से वह विम्बलडन खिताब नहीं बचा पाए. यूएस ओपन में पिछले साल कुछ खास नहीं कर पाए और इस साल जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के क्वार्टर फाइनल से उन्हें हटना पड़ा.

नडाल अपनी कामयाबी के बारे में जरा संभल कर कहते हैं, "जिन्दगी बदलती है. दस महीने पहले कहा जा रहा था कि मैं कभी भी पहले जैसा नहीं बन सकता. आज कहा जा रहा है कि मैं सर्वकालिक महान हूं. जब आप चोट से लौटते हैं, तब पता लगता है कि फिर जीत तक पहुंच पाना कितना मुश्किल होता है."

नडाल कहते हैं कि उन्हें और बेहतर करना है, "मैंने इस टूर्नामेंट में जिस तरह से सर्विस की है, वह मुझे करते रहना है. लेकिन मैं ज्यादा आक्रामक खेल सकता हूं. सर्विस पर रिटर्न करते समय मुझे और शांतचित्त होने की जरूरत है. मुझे अपनी वॉली सुधारनी है और कोर्ट के अंदर कहां रहना है, इस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है." नडाल कहते हैं कि पिछले साल से उन्होंने बहुत कुछ सुधारा है लेकिन अभी बहुत कुछ बाकी है.

लेकिन तमाम सुधारों के बाद भी उन्हें नहीं लगता कि वे फेडरर को छू पाएंगे. नडाल कहते हैं, "चलिए, देखते हैं कि आने वाले दिनों में क्या होता है."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः ए कुमार

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