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फेसबुक का शेयर बाजार में तहलका

१८ मई २०१२

फेसबुक का मतलब अब सिर्फ स्टेटस अपडेट, फोटो अपलोड, कमेंट और लाइक करना ही नहीं हैं. सोशल नेटवर्किंग साइट शेयर बाजार में एक बड़ी कंपनी बन कर उभरी है. रातों रात बाजार में उसकी कीमत 104 अरब डॉलर हो गई है.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

अमेरिकी शेयर बाजार नैस्डैक में गुरुवार को फेसबुक का आईपीओ (शुरुआती सार्वजनिक प्रस्ताव) आया. 38 डॉलर के एक शेयर के हिसाब से कंपनी ने शुरुआत में ही शेयर बाजार से 16 अरब डॉलर उठा लिए. कंपनी की साख की कीमत 104 अरब डॉलर हो गई है. फेसबुक एक झटके में अमेजन डॉट कॉम, क्राफ्ट, वाल्ट डिज्नी और मैक्डोनाल्ड्स जैसी दिग्गज और जमी जमाई कंपनियों से आगे निकल गया.

कंपनी के शेयर की कीमत 38 डॉलर है. इच्छुक ग्राहकों को बैंक इस कीमत पर शेयर बेचेंगे. खरीद के बाद ग्राहक शेयर का कारोबार अपनी इच्छा के मुताबिक करने के लिए स्वतंत्र होंगे. इससे पैदा होने वाली संपत्ति में से फेसबुक के कर्मचारियों को हिस्सा बंटेगा. कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में शामिल फीटर थील ने 2004 में फेसबुक पर पांच लाख डॉलर का निवेश किया. अगर वह अपने 1.7 करोड़ शेयर बेचें तो मौजूदा बाजार भाव के हिसाब से उन्हें 64 करोड़ अमेरिकी डॉलर मिलेंगे. थिल के पास 28 फीसदी शेयर हैं, जिनकी कीमत 1.06 अरब डॉलर है.

तस्वीर: AP / picture-alliance/dpa

आठ साल पहले शुरू हुई किसी कंपनी के लिए यह बड़ी बहार है. नैस्डैक की शेयर सूची में फेसबुक को एफबी नाम का निशान दिया गया है. आम निवेशक अब अमेरिकी शेयर बाजार में इसकी खरीद और बिक्री कर सकेंगे. करीब साल भर बाद यह मौका आया है कि जब कोई इंटरनेट कंपनी आईपीओ लेकर आई है. बीते साल मई में लिंक्डइन कॉरपोरेशन स्टॉक मार्केट में उतरा था.

फेसबुक की असल संपत्ति असल में उसके 90 करोड़ यूजर हैं. ये यूजर अपने स्वभाव, आदत, पंसद और नापसंद की जानकारी फेसबुक पर लिखते रहते हैं. इसके अलावा तस्वीरें भी डाली जाती हैं, शेयर की जाती हैं. मार्केंटिंग कंपनियों के लिए फेसबुक सूचना के ब्रह्मांड जैसा है. यही वजह है कि फेसबुक की बाजार में इतनी बड़ी साख है.

गूगल के ऑर्कुट को पीछे छोड़ते हुए फेसबुक ने सोशल नेटवर्किंग का एक बेहतर विकल्प दिया. धीरे धीरे फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी को व्यवसायिक आकार में ढाला. 2007 में फेसबुक को 13.8 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. तब कहा गया कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स सिर्फ लोगों के मनोरंजन के लिए हैं. लेकिन अब तस्वीर अलग है. 2012 की पहली तिमाही में फेसबुक को 20.5 करोड़ डॉलर का मुनाफा हुआ. 2011 में फेसबुक ने एक अरब डॉलर कमाए. 2010 में भी अच्छी कमाई की शुरुआत हुई.

अमेरिकी शेयर बाजार के विशेषज्ञ निक आइनहोर्न कहते हैं, "वह 2009 में भी बाजार में आ सकते थे लेकिन कम कीमत पर आना पड़ता. उन्होंने सही मौके का इंतजार किया ताकि वह बड़ा ऑफर दे सकें."

तस्वीर: Reuters

आईपीओ के जरिए बाजार से सबसे ज्यादा पैसा उठाने वाले अमेरिकी कंपनियों में फेसबुक शुरुआत में ही तीसरे स्थान पर पहुंच गई है. पहले नंबर पर 2008 में आईपीओ से 17.8 अरब उठाने वाली कंपनी वीजा है. दूसरे नंबर पर ऊर्जा कंपनी इनेल है. चौथे पर दिग्गज कार कंपनी जनरल मोटर्स है. इंटरनेट कंपनियों में कुल कीमत के मामले में फेसबुक अभी गूगल से पीछे है.  गूगल की आय में बीते साल 38 अरब डॉलर का इजाफा हुआ. सर्च इंजन से इंटरनेट बाजार में कदम रखने वाली गूगल की मार्केट वैल्यू फिलहाल 207 अरब डॉलर है.

14 मई को 28 साल के हुए फेसबुक संस्थापक जुकरबर्ग दुनिया के अरबपतियों में अब सबसे युवा चेहरा बन गये हैं. एप्पल के सीईओ स्टीव जॉब्स को अपना गुरु मानने वाले जुकरबर्ग पर जल्द ही कई किताबें बाजार में आएंगी. हॉलीवुड उन पर फिल्म बनाएगा. लगे हाथ शेयर बाजार में आम लोग कंपनी का कारोबार फैलाते रहेंगे.

ओएसजे/ (एपी, एएफपी)

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