फ्रांस में बैन के बावजूद पहली लेस्बियन शादी
५ जून २०११![](https://static.dw.com/image/6301279_800.webp)
नैंसी शहर में शादी के बंधन में बंधने वाले इस जोड़े में से एक कानूनी तौर पर पुरुष है इसलिए समलैंगिक शादियों पर लगा बैन उनका कुछ नहीं बिगाड़ सका.
कैसे दिया गच्चा
दरअसल, स्टेफनी पहले स्टीफन थीं. उन्होंने सेक्स चेंज सर्जरी करवाई और औरत बन गए. लेकिन उन्होंने जनसंख्या रजिस्टर में अपने सेक्स चेंज के दस्तावेज जमा कराने से इनकार कर दिया. लिहाजा वह कानूनी तौर पर अब भी पुरुष हैं.
शादी के बाद निकोट ने कहा, "यह उन लाखों समलैंगिक महिलाओं और पुरुषों के लिए प्रतीक है जो ऐसे ही अधिकार हासिल करना चाहते हैं." नैंसी शहर के डिप्टी मेयर लॉरां हेनार्ट ने कहा, "फ्रांस में यह अपनी तरह की पहली शादी है." हालांकि इस शादी में एक बात ऐसी थी जिसने जोड़े की पूरी संतुष्टि नहीं होने दी. शादी कराने वाले अधिकारी ने स्टेफनी को स्टीफन कहकर ही पुकारा.
फ्रांस में समलैंगिकों के हालात
शादी के बाद शहर के लगभग दो हजार समलैंगिकों ने एक मार्च निकाला. समलैंगिक समर्थक समूहों के मुताबिक फ्रांस में 40 से 50 हजार लोग हैं जिनका झुकाव अपने ही लिंग के पुरुष या महिला या फिर दोनों की तरफ है.
फ्रांस के संवैधानिक न्यायालय ने जनवरी में समलैंगिक शादियों पर बैन को यह कहते हुए जारी रखने का फैसला किया था कि यह संविधान के मुताबिक ही है.
चार बच्चों के अभिभावक एक लेस्बियन जोड़े की अपील के जवाब में कोर्ट ने यह फैसला सुनाया. यूरोपीय संघ में स्पेन, बेल्जियम और नीदरलैंड्स जैसे देश समलैंगिक शादियों को कानूनी इजाजत दे चुके हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः आभा एम