फ्रांस से जिप्सियों का निष्कासन शुरू
१९ अगस्त २०१०रोमानिया सरकार के अनुसार गुरुवार शाम तक 93 जिप्सी पेरिस और लियों से रोमानिया पहुंच जाएंगे. फ्रांस में सिफ 79 लोगों को भेजे जाने की बात कही जा रही है. जिप्सियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की राष्ट्रपति निकोला सारकोजी की घोषणा के बाद यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में उन्हें अपने देशों में भेजा जा रहा है.
पेरिस में औपचारिक रूप से कहा जा रहा है कि रोमा स्वेच्छा से फ्रांस से जा रहे हैं और हर किसी को सहायता राशि दी गई है. बालिगों को फ्रांस ने 300 यूरो और बच्चों को 100 यूरो दिए हैं. चूंकि रोमानिया या बुल्गारिया के जिप्सी यूरोपीय नागरिक हैं, इसलिए वे जब चाहें फिर से फ्रांस वापस लौट सकते हैं. इसे रोकने के लिए फ्रांस सितंबर से उनकी अंगुलियों के डिजीटल निशान लेना शुरू करेगा ताकि बार बार सरकारी सहायता लेने को रोका जा सके.
पिछले सप्ताहों में फ्रांस में जिप्सियों के 50 से अधिक अवैध शिविरों को भंग कर दिया गया था. विपक्ष और मानवाधिकार संगठनों ने जिप्सियों को निष्कासित करने की फ्रांस सरकार की कार्रवाई की निंदा की है. रोमानिया ने विदेशी विरोधी प्रतिक्रिया की चेतावनी दी है, तो यूरोपीय संघ ने फ्रांस से आप्रवासन के नियमों का पालन करने को कहा है.
फ्रांस सरकार ने कहा है कि देश में अवैध रूप से रह रहे अल्पसंख्यक जिप्सियों पर हुई कार्रवाई में गिरफ्तार रोमानिया और बुल्गारिया के 700 लोगों को गुरुवार से निष्कासित किया जाएगा. जिप्सियों के पुनर्वास के लिए जिम्मेदार राज्य सचिव वैलेंतिन मोकानू ने कहा है कि शुक्रवार को 130 लोगों को तिमिश्वर और बुखारेस्ट भेजा जाएगा जबकि 160 लोग 26 अगस्त को आएंगे.
जिप्सियों को पहले ही निष्कासित करने वाले पेरिस के वाल दे मार्न क्षेत्र ने कहा है कि वह और कोई अतिरिक्त सहायता नहीं देगा, जबकि दक्षिणी बॉर्दो शहर के एक ट्रिब्यूनल ने इलाके में अपने काफिले को ठहराने की अनुमति देने की लगभग डेढ़ सौ रोमा परिवारों की अपील ठुकरा दी है.
लेकिन दूसरी ओर फ्रांस में निष्कासन के विरोध में भी आवोजें उठ रही हैं. पैरिस क्षेत्र के दो मेयरों ने जिप्सी परिवारों के आपात निवास के लिए स्पोर्ट हॉल मुहैया कराए हैं. ग्रीन पार्टी ने इसे शर्मनाक निष्कासन बताया है तो सत्ताधारी पार्टी में विरोध के स्वर बढ़ रहे हैं. सत्ताधारी यूएमपी के एक सांसद जाँ-पियर ग्राँद ने निश्कासन की आलोचना करते हुए इसे "युद्ध के समय के छापों की याद दिलाने वाला तरीका" बताया है.
फ्रांस में पूर्वी यूरोपीय मूल के करीब 15,000 जिप्सी रहते हैं. राष्ट्रीय जनगणना के अनुसार रोमानिया में रोमा अल्पसंख्यकों की संख्या सवा 5 लाख है जबकि गैर सरकारी संगठनों का कहना है कि उनकी संख्या 25 लाख है. बहुत से लोग भेदभाव के डर से अपने को रोमा नहीं बताते.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ए कुमार